ताकि वो देखती रहे दुनिया की रंगीनियां

ताकि वो देखती रहे दुनिया की रंगीनियां
Share

ताकि वो देखती रहे दुनिया की रंगीनियां, एलएलआरएम मेडिकल मेरठ के चिकित्सकों ने गंभीर बीमारी का सफलता पूर्वक आपरेशन कर महिला मरीज की आंख बचाकर उसको दुनिया देखने का सुख दिया। मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा वी डी पाण्डेय ने बताया कि मेडिकल कालेज में एक अद्वितीय और सफल सर्जिकल प्रयास हुआ, जनरल सर्जरी विभाग और मैक्सिलोफेसियल सर्जरी (दंत रोग विभाग) और आप्थाल्मिक सर्जरी के संयुक्त प्रयास से असरफ नाम की 60 साल की महिला निवासिनी मेरठ, जनपद मेरठ का कानड्रोसार्कोमा का सफल ऑपरेशन किया गया। मरीज को डॉ. हिमांशु सांगवान, सहायक आचार्य सर्जरी विभाग के अधीन भर्ती कराया गया। डा हिमांशु ने मरीज को आपरेशन की सलाह दी। डा धीरज राज आचार्य एवम विभागाध्यक्ष सर्जरी विभाग, डॉ. मनु शर्मा मैक्सिलोफेसियल सर्जन, डा लोकेश कुमार सिंह नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह ली गई। कोंड्रोसारकोमा मरीज के बाएं जाइगोमैटिक बोन पर मौजूद था,जिसका फैलाव बाएं इंफ्रा- ऑर्बिटल रिम तक था, मतलब आँख की हड्डी तक था। आंख की नस भी दब रही थी तथा दबाव के कारण आंख की पुतली बाहर की ओर निकलती जा रही थी। प्रधानाचार्य डॉ.आर.सी.गुप्ता ने बताया कि अंतर-विभागीय समन्वयित सर्जरीज को प्रोत्साहित करने का प्रयास अति सराहनीय है। डॉ. धीरज राज विभागाध्यक्ष सर्जरी विभाग की सर्जिकल यूनिट के अंदर उनके सुपरविजन में सर्जन डॉ हिमांशु, डा मनु शर्मा मैक्सिलोफेसियल सर्जन, डा लोकेश कुमार सिंह नेत्र रोग विशेषज्ञ, डा विविन धामा आचार्य एनेस्थेसियोलॉजी एवम इनकी टीम ने इस चुनौति पूर्ण सर्जरी को सफलतापूर्वक पूरा किया है। मरीज अब स्वस्थ है तथा पहले से बेहतर स्थित मे है। मैक्सिलोफेसियल सर्जरी डेंटिस्ट्री की एक विशेष शाखा है जिसमें चेहरे की सर्जरी आती हैं जिसकी सेवाएं मेडिकल कालेज में उपल्ब्ध है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का प्रयास है कि जन कल्याण हेतु आवश्यक हर सेवा को जन सामान्य तक पहुँचाया जा सके। उन्होंने पूरी टीम को बधाई दी है।

मेडिसिन विभाग में सेमिनार का आयोजन किया गया

एलएलआरएम मेडिकल में मेडिसिन विभाग ने एक सेमिनार का आयाजन किया। इसमें फेफडे में टयूब डालने की व उसके नफा नुकसार की जानकारी दी।मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा वी डी पाण्डेय ने बताया कि आ मैडिसिन विभाग, मैडिकल कॉलेज मेरठ के द्वारा सेमिनार का आयोजन किया गया । जिसमे मुख्य वक्ता मेरठ के प्रसिद्ध थोरसिक सर्जन डॉ अनिल कपूर ने फेफडे में ट्यूब डालने की विधी, उसके फायदे नुकसान आदि के बारे मे विस्तार से बताया ।उन्होंंने बताया कि फेफडे की झिल्ली मे पानी भरने, हवा भर जाने पर उसमें टयूब डालने की आवश्यकता पडती है । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता के द्वारा की गई।कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ आभा ने किया। इस कार्यक्रम में एस आई सी डॉ एस एस लाल, ए एस आई सी डॉ धीरज राज, डॉ योगिता सिंह, डॉ अरविंद कुमार, डॉ संतोष मित्तल, डॉ गौरव गुप्ता, डॉ संध्या गौतम, डॉ श्वेता शर्मा, डॉ नवरत्न गुप्ता, डॉ प्रीति, डॉ स्नेहलता वर्मा, एवं मैडिसिन विभाग , बाल रोग विभाग, सर्जरी विभाग के सीनियर व जूनियर डॉक्टर उपस्थित रहे ।

@Back Home


Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *