एनएच-58 पर हादसे नहीं ये हत्या हैं

एनएच-58 पर हादसे नहीं ये हत्या हैं
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एनएच-58 पर हादसे नहीं ये हत्या हैं,

एनएच 58 पर हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हवा से बात करते वाहनों से दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसके बावजूद एनएचएआई और टोल कंपनी को हाईवे पर मौत के कट नहीं दिखाई देते हैं। पांच साल में हुए हादसों में हुई मौतों से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। साल 2017 में पुलिस ने एनएच-58 पर जो हादसे मेरठ क्षेत्र में हुए थे उसके आंकड़े जारी किए थे। उनमें  बीते पांच साल में यहां 1514 दुर्घटनाओं में 452  की मौत और  2234 के जख्मी होने का आंकड़ा बताया गया था। हादसे की वजह हाइवे पर मौत के खुले कट बताए गए थे।  परतापुर बाईपास से लेकर रामपुरम तिराहा (मुजफ्फरनगर) तक करीब 72 किमी लंबा यह हाईवे एक्सीडेंट फ्री नहीं हो पा रहा है। हाईवे पर दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसके लिए सबसे ज्यादा एनएचएआई और टोल कंपनी जिम्मेदार हैं। ये यहां पर टोल के रूप में अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। वहीं, हाईवे पर जगह-जगह खुले कट दुर्घटनाओं को बढ़ा रहे हैं। इनसे निकलने वाले वाहन हाईवे पर तेजी से गुजरते वाहनों से दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। यही कारण है कि हाईवे सुरक्षित नहीं है। ये कट ग्रामीणों, बिल्डरों और व्यापारियों ने खोल रखे हैं। इसका खामियाजा हाईवे पर चलने वाले यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। इसके बावजूद एनएचएआई और टोल कंपनी के अधिकारियों को ये कट नहीं दिखाई दे रहे हैं। एनएच-58 के अलावा मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस वे भी ट्रेक रिकार्ड हादसे में मौत के मामले में बद से बदत्तर है।

हादसे दर हादसे

रविवार की रात दौराला थाना क्षेत्र में मेरठ-हरिद्वार हाईवे (NH-28) पर कार ने एक स्कूटी सवार को टक्कर मार दी। इससे स्कूटी सवार युवक और महिला की मौके पर मौत हो गई। वहीं, हादसे के बाद कार अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गई। इससे कार सवार चार युवक गंभीर रुप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के वक्त दो युवकों ने दम तोड़ दिया।

रविवार को मेरठ आ रहे तीन की माैत:-गाजियाबाद से मेरठ को कनेक्ट वाले डीएमई हाईवे पर रविवार तड़के एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। यह दुर्घटना हवा हवाई रेस्टोरेंट के पास हुई, जहां एक अज्ञात वाहन ने स्कूटी पर सवार तीन दोस्तों को टक्कर मार दी।  ये तीनों दिल्ली के निवासी थे। हादसा सुबह करीब 3:18 बजे का है, जिसमें मौके पर ही तीनों व्यक्तियों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान त्रिलोकपुरी, दिल्ली के 21 वर्षीय बिट्टू उर्फ विकास, 30 वर्षीय अंशु उर्फ मनमोहन, और 25 वर्षीय विपिन भट्ट के रूप में हुई है। ये  सुबह करीब सवा तीन बजे स्कूटी पर बैठकर दिल्ली से मेरठ आ रहे थे।

दो सप्ताह पूर्व जानी थाना के सुभारती के समीप हाइवे पर एक ढावे के बाहर कैश वैन ने नोएडा में तैनात एरिया मैनेजर विक्रांत राणा को कुचल दिया।वह बैन से सौ मीटर तक घसीटते चले गए। हादसे में आसपास खड‍़े कई अन्य जख्मी हो गए। इससे पहले दिल्ली निवासी एक परिवार जो मोदीनगर में रिश्तेदारों रूकने के बाद हरिद्वार के लिए निकला था, जानी थाना के बागपत रोड फ्लाई ओवर की सर्विस रोड पर अंधेरे के चलते हादसे का शिकार हो गए जिसमें दो की मौत हो गयी। हादसे की वजह सर्विस रोड पर अंधेरा होना था।

2021 मेरठ के दौराला में रविवार की रात दौराला थाना क्षेत्र में मेरठ-हरिद्वार हाईवे एनएच-28 पर कार ने एक स्कूटी सवार को टक्कर मार दी। इससे स्कूटी सवार युवक और महिला की मौके पर मौत हो गई। वहीं, हादसे के बाद कार अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गई। इससे कार सवार चार युवक गंभीर रुप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के वक्त दो युवकों ने दम तोड़ दिया। जबकि दो का इलाज जारी है। उनकी भी हालत नाजुक बताई गई है।

बीते 20/21 सिंतंबर को एनएच-58 पर जानी थाना क्षेत्र में नोएडा की एक कंपनी में काम करने वाले एरिया मैनेजर विक्रांत राणा को कैश वैन ने कुचल दिया था। उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी इसमें कई अन्य घायल हुए थे। हादसा हाइवे पर एक ढावे के ठीक सामने हुआ था।

जुलाई  2023 को दिल्‍ली मेरठ एक्‍सप्रेस वे पर उल्‍टी दिशा में आ रहे बस और कार के बीच जोरदार टक्‍कर हो गई थी। इस हादसे में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत होने से मातम छा गया था। गलती बस चालक की थी जो गलत लेन में आ रहा था। मरने वाले सभी लोग मेरठ के इंचौली क्षेत्र के धनपुर गांव के रहने वाले थे। ये खाटू श्‍याम के दर्शन करने के लिए जा रहे थे।

30 मई 2024 को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर रात करीब साढ़े 12 बजे तेज रफ्तार एक ट्रक खराब खड़े ट्रक से टकरा गया। आलू से भरा ट्रक मेरठ से गाजीपुर मंडी जा रहा था। क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में उसका टायर फट गया। चालक ने उसे साइड में लगा लिया। इसी बीच पीछे से आया दूसरा ट्रक उससे पीछे से जा टकराया। ऐसे में आलू से भरा ट्रक पलट गया। आलू के कट्टों के ऊपर नौ लोग सवार थे, जो हादसे में घायल हो गए। इनमें से मेरठ के खरखौदा निवासी फजर (28) और फिरोज को मेरठ मेडिकल रेफर कर दिया गया है, जहां फिरोज की मौत हो गई और उसके साथी  फजर की हालत गंभीर बनी हुई थी बाद में उसकी भी मौत हो गई।

12 जुलाई 2्023 को नई दिल्ली : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गाजियाबाद में मंगलवार को रॉन्ग साइड में चल रही स्कूल बस ने कार को टक्कर मार दी। आमने-सामने की टक्कर में कार के परखच्चे उड़ गए। 6 लोगों ने मौके पर दम तोड़ दिया। 2 की हालत गंभीर है। आखिर इन मौतों की जिम्मेदारी कौन लेगा? सिस्टम की नजर में इंसानी जान कितनी सस्ती है! एक्सप्रेसवे और हाइवे तक पर रॉन्ग साइड में ‘यमराज’ बनकर गाड़ियां दौड़ रही हैं। सड़क हादसों में आम लोग मरते रहें, सिस्टम को कोई फर्क नहीं पड़ता। जिम्मेदारों को कोई फर्क नहीं पड़ता। अत्याधुनिक तकनीकों का ढिंढोरा पीटा जाता रहा है, रोड सेफ्टी के बड़े-बड़े दावे होते रहते हैं लेकिन सड़कें कब्रगाह सी बन चुकी हैं। आंकड़ें गवाह हैं कि नैशनल हाइवे पर होने वाली कुल मौतों के लिए रॉन्ग साइड ड्राइविंग दूसरा सबसे बड़ा कारण है। ट्रैफिक पुलिस क्या कर रही है? लोग सड़क पर चलने के लिए रोड टैक्स चुकाते हैं। कई राज्यों में रोड सेफ्टी सेस भी चुकाते हैं। टोल चुकाते हैं। कई बार 100 किलोमीटर के सफर में दो-दो बार टोल। लेकिन रोड सेफ्टी कहां हैं? आप टोल चुकाते रहिए और सिस्टम की लापरवाही से सड़कों पर यूं ही मौत आपका इंतजार करती रहेगी। ये हादसा नहीं, ‘हत्या’ है।

22 जुलाई 2924 को गाजियाद में  दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (डीएमई) पर रविवार रात सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई। हादसे के समय दोनों स्कूटी पर मेरठ की तरफ से दिल्ली जाने वाली लेन पर जा रहे थे।  महरौली पुल पर विपरीत दिशा में आई ऑल्टो कार ने स्कूटी में टक्कर मार दी। हादसे में घायल दोनों स्कूटी सवार को मणिपाल अस्पताल ले जाया गया जहां, उपचार के दौरान स्कूटी सवार   यश और मंजू की , इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हादसे की वजह डिवाडर से जंप मारना बताया जा रह है।

1 सितंबर 2024:-

गाजियाबाद। शनिवार देर रात मेरठ रोड पर पेड़ के कटे हुए शेष हिस्से से कार टकराने पर हुए हादसे में दो लोगों की मौत हो गयी। हादसा मेरठ रोड डीपीएस कट के पास हुआ  देर रात करीब ढाई बजे दिल्ली से मेरठ की तरफ जा रही कार डीपीएस कट के पास कटे हुए पेड़ के शेष हिस्से से टकरा गई। इससे कार अनियंत्रित होकर फुटपाथ पर सो रहे एक कामगार के उपर चढ़ गई। हादसे में फुटपाथ पर सो रहे 50 वर्षीय वेद प्रकाश की मौत हो गए।हादसे के बाद कार सवार तीन लोग मौके से फरार हो गए जबकि चालक के बगल में बैठा एक व्यक्ति घायल हो गया। घायल को इलाज के लिए संजय नगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान दिल्ली के नरेला की कृष्णा कालोनी एक्सटेंशन निवासी 42 वर्षीय सत्यनारायण के रूप में हुई।

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