तो क्या तीसरी बार कटेगा फीता, अफसर, सांसद अब सीएम की बारी, मेरठ का स्टेडियम अजब है और यहां के अफसर गजब हैं। गजब ऐसे हैं कि पांच करोड़ की लागत से तैयार हुआ बताए जा रहे स्टेडियम में हाकि के सिंथेटिक टर्फ का क्या तीसरी बार लोकार्पण किया जाएगा। यह सवाल हम नहीं बल्कि वहां अभ्यास करने वाले खिलाड़ी पूछ रहे हैं। अपनी पहचान छिपाते हुए हाकि का अभ्यास करने वाले स्टेडियम के युवा होनहारों ने बताया कि मेरठके कैलाश प्रकाश स्टेडियम में केंद्र सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना खेलो इंडिया के तहत हॉकी की सिंथेटिक टर्फ का लोकार्पण मेरठ मंडल के क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी योगेंद्रपाल सिंह के गले की फांस बन गया है। साढ़े 5 करोड़ की लागत से तैयार नवनिर्मित हॉकी एस्ट्रोटर्फ का उप्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोकार्पण करना था। लेकिन क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी ने एक बार नारियल तोड़कर खुद और दूसरी बार सांसद राजेंद्र अग्रवाल से लोकार्पण करा दिया। मामले में उत्तर प्रदेश खेल मंत्रालय को इसकी जानकारी तक नहीं दी गई। खेलो इंडिया योजना के तहत हॉकी की सिंथेटिक टर्फ का लोकार्पण मुख्यमंत्री से कराने का फैसला किया गया था। लेकिन मेरठ के क्रीड़ाधिकारी योगेंद्र पाल ने बिना खेल विभाग के संज्ञान में लाए उसका हस्तांतरण कर लिया। यही नहीं उसका लोकार्पण भी करा दिया। इसे खेलमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने गंभीरता से लिया है। साथ ही योगेंद्र पाल के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। खेल विभाग के मण्डल एवं जिला स्तरीय खेल अधिकारियों की समीक्षा बैठक खेलमंत्री की अध्यक्षता में 14 फरवरी मंगलवार को आयोजित की गई। इसमें इस प्रकरण पर गंभीरता से विचार करने के बाद कार्यवाही के निर्देश दिए गए। इस संबंध में क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी से बात करने का अनेक बार प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।