एक बार फिर साबित वाजपेयी हैं ना, मेरठ के लिए एक बार फिर साबित हो गया कि वाजपेयी हैं ना- भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने जनपद न्यायालय परिसर में उस स्थान का निरीक्षण किया जहां ई फाईलिंग सेंटर निर्माण कराया जाना है. मेरठ के अधिवक्ताओं का कहना है कि यह डा. वाजपेयी के प्रयासों की वजह से ही मिल सका है. अन्यथा ना तो किसी ने प्रयास किया था ना ही किसी अन्य का ध्यान इस ओर था. हालांकि डा. वाजपेयी का कहना है कि ऐसा नहीं है. पब्लिक के हित का काम है यह जरूरी था. इस मौके पर बृजभूषण गर्ग एडवोकेट, बृजेश चौधरी और संजय सम्राट भी मौजूद रहे। डा. वाजपेयी ने बताया कि उनका प्रयास है कि इस पर यथा शीघ्र ऐस्टीमेट बनाकर और निर्माण की स्थिति पैदा की जाए तथा साथ ही साथ मैंने उड़ीसा से ई फाईलिंग सेंटर में उपकरणों की जो व्यवस्थाएं की गई हैं उसका भी आठ पेज का विवरण मंगवा कर अगले तीन-चार दिन में भवन में कितना व्यय होगा , उपकरणों पर कितना व्यय होगा यह सब निर्धारित करके आवश्यक धनराशि का पत्र डीआरडीए को देने का काम करूंगा जिस प्रकार की संभावना ऐसे वर्तमान में बिल्डिंग के ऊपर भवन बनने की है अगर वही स्थिति रही तो यह काम जुलाई के महीने में पूर्ण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वह मेरठ की जनता और सभी वकील साहेबान का इस बात के लिए आभारी हूं कि उनका सहयोग इसमें मिलना प्रारंभ हो गया है । कल दूसरा केस भी ई फाईलिंग सेंटर से एंटीसिपेटरी बेल का डाला गया है। अधिक से अधिक इसका उपयोग हो ऐसा मेरा आग्रह है और इसमें जो एक कठिनाई है उसको भी दूर करने की मेरी कोशिश है और यथाशीघ्र उसको भी मैं दूर करूंगा जिसमें इलाहाबाद या लखनऊ बेंच के रजिस्टर्ड वकीलों के हस्ताक्षर के अनिवार्यता है।