वकीलों ने एसीएम के गनर को पीट डाला, लाठीचार्ज के विरोध में वकील उग्र, हापुड़ में वकीलों लाठीचार्ज के विरोध में बुधवार को मेरठ के वकील उग्र हो गए। उन्होंने जोन कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया। इसके अलावा कलेक्ट्रेट में भी वकीलों ने हंगामा किया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के गनर तरुण के साथ मारपीट कर डाली। इसको लेकर मामला गरमा गया है। हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज की घटना के विरोध में बुधवार को वकील मेरठ बार हाल पर जमा हुए।बुधवार सुबह मेरठ कचहरी स्थित नानक चंद सभागार में वकीलों की दोनों बार की बैठक हुई। जिसमें सैकड़ों वकीलों ने हिस्सा लिया। बैठक की अध्यक्षता कुंवर पाल शर्मा व शिवदत्त जोशी एवं संचालन विनोद चौधरी व विमल तोमर ने किया। इस दौरान सर्व सम्मति से प्रस्ताव पास हुआ कि हापुड़ की घटना में वकीलों का लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा कायम कर उन्हें तत्काल निलंबित किया जाए। मांग पूरी नहीं होने तक वकीलों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया। मेरठ बार और जिला बार का चार सदस्य प्रतिनिधि मंडल हापुड़ जाएगा और पीड़ित वकीलों से मिलेगा। वह कि बार से मिलकर आगामी आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। इसके अलावा फैसला लिया गया है कि अधिवक्ता आईजी कार्यालय पहुंचकर उनको अपनी मांग संबंधित ज्ञापन देंगे। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में वकीलों ने एडीजी कार्यालय की ओर कूच किया। इसके बाद सैकड़ो की संख्या में वकील आईजी ऑफिस पहुंचे। यह उन्होंने जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। आईजी ने आफिस से बाहर आकर वकीलों से ज्ञापन लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। वकीलों ने साफ कहा की मांग पूरी नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन देने के बाद वकील वापस आ गए। इस दौरान विजय शर्मा, रविंद्र सिंह, मोहम्मद सुएब, अमित धामा, अनिल तोमर, नवनीत कुमार आदि मौजूद रहे। हालांकि इससे पूर्व वकीलों के आंदोलन एवम एडीजी व आईजी कार्यालय का घेराव करने के सूचना पर सुबह से ही भारी पुलिस बल कचहरी, एडीजी व आईजी कार्यालय पर तैनात कर दी गई थी। खुफिया विभाग एवं पुलिस अधिकारी वकीलों की हर गतिविधि पर नजर रखें हुए थे। सुबह मीटिंग के बाद जैसे ही वकीलों ने आईजी व एडीजी कार्यालय पर जाने का ऐलान किया वहां सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया। बाद में आईजी ऑफिस जाने की सूचना पर वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई। इस दौरान कचहरी से आइजी ऑफिस तक काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए। आईजी ऑफिस पर भी तमाम पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। वकीलों के हंगामा के दौरान पुलिस पूरी तरह शांत रही उधर वकीलों ने अपनी एकजुट का परिचय दिया। इससे पहले वकीलों ने मेरठ कचहरी में तालाबंदी कर दी थी। प्रदर्शनकारी वकीलों ने आईजी विश्वकर्मा झा को ज्ञापन दिया। उनसे वार्ता की। आईजी ने लाठीचार्ज मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन वकीलों से आग्रह किया कि मेरठ कचहरी के ताले खोल दें। इस बीच कुछ वकीलों ने मेरठ में हंगामा कर दिया। हंगामा करने वाले वकील कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर पहुंच गए और वहां ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के गनर तरुण के साथ मारपीट कर डाली। मामले की जानकारी पर एसएसपी, एसपी सिटी, सिविल लाइन समेत कई थानों की फोर्स कलेक्ट्रेट बुलाई गई है। इसको लेकर डीएम ऑफिस में एसएसपी और डीएम की बैठक हुई है। मारपीट करने वाले वकीलों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। सूचना मिलते ही एसपी सिटी पीयूष कुमार मौके पर पहुंचे। हालांकि मारपीट करने वाले वकील तब तक वहां से निकल चुके थे। इस मामले में पुलिस कुछ वकीलों पर एफआईआर सकती है। वहीं दूसरी ओर हाईकोर्ट बैंच संर्घष समिति के चेयरमैन कुंवरपाल सिंह ने कहा कि हापुड की महिला अधिवक्ता के साथ मारपीट व वहां के अन्य अधिवक्ताओं पर जो लाठीचार्ज की घटना हुई है उसके विरोध में प्रशासन को पहले ही एक दिन की हड़ताल की चेतावनी दी थी। उन्होंने बताया कि आईजी को ज्ञापन दिया गया है। दोपहर बाद मेरठ के हडताली वकील हापुड़ के लिए रवाना हो गए। वकीलों के प्रदर्शन के बाद कहचरी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।सुरक्षा के लिहाज से पुलिस और क्यूआरटी मौके पर तैनात की गई।