विधायक से करा दिया अवैध होटल का उद्घाटन, कैँट बोर्ड से चंद कदम की दूरी पर अवैध रूप से बनाए गए होटल का कुछ लोगों ने कैँट विधायक अमित अग्रवाल से उद्घाटन कर दिया। यह दावे से कह सकते हैं कि अमित अग्रवाल को इस होटल के अवैध होने की बात बिल्कुल पता नहीं होगी। मेरठ कैंट के वीरबाला पथ पीपीपी कान्फ्रेस हाल साइड में बंगला नंबर 173 रेजिडेंशियल संपत्ति है। कैंट के जीएलआर में करीब 150 साल पहले जिसके नाम यह संपत्ति चढ़ी है, उसी का नाम आज भी चल रहा सुनने में आया है। तब से अब तक न जाने कितने ही परिवार इस बंगले में आकर रह चुके हें। और न जाने कितनी बार यह बंगला बिका, लेकिन कैँट बाेर्ड के अफसरों ने कभी यहां आकर झांकने की जरूरत तक नहीं समझी। पिछले काफी समय से यह बंगला जायसवाल परिवार के पास है। इसके स्टेटस की जानकारी को कैट बोर्ड से संपर्क का प्रयास किया, लेकिन काल आउट हाफ रेंज जाती रही। हालांकि होटल का उद्घाटन कराने वाले गौरव जायसवाल का कहना है कि उन्होंने तो पुरानी दुकान में ही होटल खोला है, रसोई भी पहले से थी। पहले यहां जो तीन दुकानें थीं वो ऐसी नहीं थी कि उनमें भव्य होटल बन जाए। हैरानी तो इस बात की है कि कैँट बोर्ड से चंद कदम की दूरी पर यह निर्माण होता है, जिसमें चेज आफ परपज, सब डिविजन आफ साइट तमाम खामिया जो पीपीई चलाने व सील करने तथा ध्वस्तीकरण सरीखी कार्रवाई का पर्याप्त आधार हैं, वो होते हुए भी कैंट बोर्ड प्रशासन की नजर इस पर नहीं पड़ती है। यह स्थिति तो तब है जब मेरठ कैंट बोर्ड प्रशासन इन दिनों अवैध निर्मणों की जांच में फंस कर बुरी तरह से छटपटा रहा है। महकमे में ईमानदारी की मिसाल माने जाने वाले डीएन यादव डायरेक्टर मध्य कमान लखनऊ जो जांच के लिए बिजिलेंस पावर के साथ इन दिनों मेरठ आए हुए हैं। बंगले में आलिशन होटल का उदघाटन ने यह बता दिया है कि अवैध निर्माण कैसे किए जाते हैं। कैसे कार्रवाई के नाम पर लीपापोती होती है।