छह लाख देकर बनना चाहता था सिपाही,
पुलिस भर्ती परीक्षा में दूसरे युवक से छह लाख रुपए लेकर उसके स्थान पर परीक्षा दे रहे आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया। जो युवा चोरी व धोखाधडी से सिपाही बनना चाहता हो वो कैसा सिपाही साबित होगा यह सवाल पूछा जा रहा है। मामला सहारनपुर का है। जहां महानगर में पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान धोखाधड़ी से परीक्षा दे रहे दो अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एक आरोपी दोस्त की जगह परीक्षा दे रहा था, जिसने छह लाख रुपये में परीक्षा पास कराने की जिम्मेदारी ली थी। दूसरा आरोपी अपना और जन्मतिथि बदलकर परीक्षा दे रहा था। दोनों पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी बुलंदशहर के रहने वाले हैं। थाना कुतुबशेर पुलिस ने एक सूचना के आधार आकाश पुत्र अमरपाल निवासी उदयपुर जनपद बुलंदशहर श्री गुरुनानक गर्ल्स इंटर कॉलेज से गिरफ्तार किया। आरोपी आकाश ने पुलिस को बताया कि वह कोचिंग सेंटर चलाता है। उसके कोचिंग सेंटर पर विष्णु पुत्र प्रेमवीर निवासी मोहल्ला जाटान जनपद बुलंदशहर भी पढ़ाई करने आता था।दोनों के बीच दोस्ती हो गई। विष्णु ने आकाश से कहा कि तुम पढ़ाई में होशियार हो। मैंने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का फार्म भरा है। इस परीक्षा में मुझे पास करा दो। इस पर आकाश ने कहा कि इसके लिए छह लाख रुपये लगेंगे। विष्णु रुपये देने को तैयार हो गया। आकाश ने एडमिट कार्ड पर विष्णु का फोटो लगाया और फर्जी आईडी भी तैयार की। विष्णु के नाम पर वह परीक्षा दे रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार फर्जी दस्तावेज बरामद किए। आकाश और विष्णु के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। वहीं, कोतवाली सदर बाजार पुलिस ने जेवी जैन कॉलेज से जन्म तिथि और नाम बदलकर परीक्षा दे रहे पवन कुमार शर्मा पुत्र राजेश निवासी फिरोजपुर जनपद बुलंदशहर को पकड़ा। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी सरकारी नौकरी उम्र निकल चुकी थी। उसकी जन्मतिथि 14 अप्रैल 1995 है। सरकारी नौकरी पाने के आधार कार्ड में पवन शर्मा की जगह अपना नाम पवन भारद्वाज रख लिया और जन्मतिथि 14 जनवरी 2002 बदलवा ली। दोबारा जन्मतिथि और नाम बदलकर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। इसके पश्चात इन दस्तावेजों के आधार पर यूपी पुलिस भर्ती का फार्म भरा था। आरोपी के पास से फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।