डकैती में गए जेल-निकलते ही डाली डकैती,
मेरठ। छह शातिर अपराधी करनाम में डकैती मामले में तीन साल जेल में रहे और जैसे ही जेल से बाहर निकले गिरोह बनाकर मेरठ के टीपीनगर वेदव्यासपुरी के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में डकैती डाली। टीपीनगर थाना के वेदव्यासपुरी स्थित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में स्टाफ को बंधक बनाकर डकैती डालने वाले बदमाशों को मुठभेड़ में दबोच लिया है। एक बदमाश को गोली लगी है। लूटा गया माल भी बदमाशों से बरामद कर लिया गया है। वारदात का खुलासा करने में अहम भूमिका इंस्पेक्टर टीपीनगर, एसएसआई भुवनेश कुमार व सर्विलांस प्रभारी नितिन पांडे की रही। प्लांट में डकैती की वारदात बीती 10 नवंबर को देर रात अंजाम दी गयी थी। प्लांट के कर्मचारी गौरव कुमार पुत्र वीरेन्द्र सिह निवासी आजमपुर नूरपुर जनपद बिजनौर हाल पता राजकमल एन्कलेव 17बी मेरठ के वेदव्यासपुरी ने दी थी। रविवार को पुलिस लाइन में बुलायी प्रेस वार्ता में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने प्लांट में डाली गयी डकैती के खुलासे की जानकारी दी थी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मौके पर सीओ एएसपी अतंरिक्ष जैन भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि आज तडके करीब 2.30 बजे चैकिंग एक अदद ईको कार पुलिस को देखकर भागी, जिसका पीछा किया गया। वेदव्यासपुरी से मलियाना बम्बा पर अपने को पुलिस द्वारा घिरा देख ईको कार को छोड कर भागते हुए पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से फायरिंग की। जवाब पुलिस ने गोली से दिया। घेराबंदी कर पुलिस ने पप्पन पुत्र राम चन्द्र निवासी ग्राम बन्ना थाना इंचौली, निसार पुत्र इंसार निवासी सुदामापुरी थाना विजयनगर गाजियाबाद, फरमान अली पुत्र मेहरबान निवासी ब्लॉक सीलमपुर (दिल्ली), बन्टी पुत्र रमेश निवासी स्वरूप नगर गली नं. 3 दिल्ली, जोनी पुत्र चंद्रपाल निवासी गांव बादली जिला झज्जर हरियाणा व सोनू पुत्र लाल सिंह निवासी ग्राम बना थाना इंचौली गिरफ्तार किये गये। अभियुक्त सोनू पुलिस मुठभेड में गोली लगने से घायल हो गया ।
करनाल में सबसे ज्यादा वारदात
पकडेÞ गए बदमाशों ने ट्रांसफार्मर लूट व चोरी की सबसे ज्यादा वारदात करनाल में अंजाम दी हैं। हरियाणा के करनाल में इन पर सबसे ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं। इन सभी बदमाशों पर कुल 221 मुकदमें दर्ज हैं। इनमें से जोनी, सोनू, फरमान व बंटी पर 45-45 मुकदमें हैं। पप्पन पर 38 व निसार पर तीन मुकदमें लिखे हुए हैं।इनके कब्जे से डकैती में लूटा गया सार माल बरामद कर लिया गया है। एसपी सिटी ने बताया कि ये बेहद शातिर किस्म के अपराधी हैं।
तीन साल रहे सलाखों के पीछे, बाहर आते ही बनाया गिरोह
मेरठ। टीपीनगर के वेदव्यासपुरी स्थित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में जिन अपराधियों ने डकैती डाली ये करीब तीन साल हरियाणा की करनाल की जेल में बंद रहे। ट्रांसफार्मर डकैती मामले में ही इन्हें जेल भेजा गया था। इनका पूरा गिरोह काम करता है जिसका सरगना जोनी उर्फ टूडा है । जोनी उर्फ टूडा के पूर्व में करनाल (हरियाणा) में ट्रान्सफार्मर चोरी करते समय दोनो हाथ बस्ट्र हो गये थे । उक्त गैग द्वारा अन्य राज्यो में ट्रान्सफार्मर व बिजली के तारो की लूटपाट व चोरी के अभ्यस्त अपराधी है। करनाल हरियाणा से ट्रान्सफार्मर व बिजली के तारो की लूटपाट/चोरी के मुकदमो में लगभग साढे तीन साल जेल में रहकर बाहर आये। एसपी सिटी ने बताया कि बाहर आने पर अभियुक्तगण आपस में एक दूसरे से सम्पर्क कर एक नया गैग बनाकर योजनाबद्ध तरीके से रैकी कर घटना को अंजाम देते है ।