ये लो पुलिंदा सबूतों के साथ

ये लो पुलिंदा सबूतों के साथ
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ये लो पुलिंदा सबूतों के साथ, मेरठ। उद्योग व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल ने बिजली महकमे में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा ही नहीं किया बल्कि सबूतों के साथ यह खुलासा उन्होंने किया है और सबूत भी किसी अन्य नहीं सीधे पीवीवीएनएल उच्च पदस्थ अफसर को सौंपे हैं। सबूतों के बाद सवाल पूछा कि इन पर कार्रवाई कब की जाएगी। हालांकि लोकेश अग्रवाल एमडी से मिलने गए थे।

1. नए घरेलू कनेक्शन देते समय अवैध वसूली की मंशा पूरी न होने पर उपभोक्ता को अनावश्यक रूप से अत्याधिक एस्टीमेट बनाकर या अनावश्यक आपत्ति लागाकर परेशान किया जा रहा है। पूर्व में आपके कार्यालय से दिनांक 31.03.2019 पत्र संख्या 3523 के द्वारा आदेश पारित किये गये थे कि निर्धारित प्रपत्रों से अधिक प्रपत्र न मांगे जाए (छायाप्रति संलग्न)।
केस संख्या-1 शोभा मे हता, 237/01, दक्षिण सोतीगंज, बेगमबाग, मेरठ एप्लीकेशन नं0-1013721354 दिनांक 25.07.2023, अधिशासी अभियन्ता, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड-प्रथम, मेरठ से सम्बन्धित। उपरोक्त बिल्डिंग में प्रथम तल, विद्युत कनेक्शन एकाउन्टर आई.डी. संख्या-3915740000 व द्वितीय तल विद्युत कनेक्शन एकाउन्टर आई.डी. संख्या-8561840000 पूर्व से विद्युत कनेक्शन स्थापित है। जिस गली में यह महान बना है वहॉ पर अतिरिक्त खम्भा लगने की जगह नहीं है, परन्तु तृतीय तल पर कनेक्शन देने के लिए रू0 31412/- का एस्टीमेट अनावश्यक रूप से बनाया गया है।
अधिशासी अभियन्ता, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड-द्वितीय, मेरठ से सम्बन्धितः-
केस संख्या-2 सोनू पुत्र रमेश चन्द एप्लीकेशन संख्या-1015168162 दिनांक 14.03.2024 को एप्लाई किया गया था। सभी आवश्यक कागजत 21.03.2014 को अधिशासी अभियन्ता कार्यालय में प्राप्त करा दिये गये थे।
केस संख्या-3 प्रेमपाल पुत्र कान्ती प्रसाद एप्लीकेशन संख्या-1015168498 दिनांक 14.03.2024 को एप्लाई किया गया था। सभी आवश्यक कागजत 21.03.2014 को अधिशासी अभियन्ता कार्यालय में प्राप्त करा दिये गये थे, परन्तु उपरोक्त दोनों कनेक्शन भी कागजाती जांच करने के नाम पर प्रीपेड मीटर का एस्टीमेट अपलोड़ किया गया है, जिस वजह से 1500 के स्थान पर 7569 प्रति कनेक्शन बनाया गया है।
अतः आपसे अनुरोध है कि अनावश्यक एस्टीमेट समाप्त कर विद्युत कनेक्शन जारी किये जाने के आदेश पारित करने की कृपा करें।
अधिशासी अभियन्ता, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड-पंचम, मेरठ से सम्बन्धितः-
2. सिटी गार्डन के निकट नूर नगर रोड़ पर अनेकों उद्योग स्थापित हैं, परन्तु उनकी सप्लाई नगरीय फीडर से की जा रही है, जिससे फाल्ट आने के कारण पूरे दिन में अनेकों बार सप्लाई बाधित होती है। इसलिए आपसे अनुरोध है कि उक्त क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति साईंपुरम औद्योगिक फीडर से कराने के आदेश पारित करने की कृपा करें।
अधिशासी अभियन्ता, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड-प्रथम, मेरठ से सम्बन्धितः-
3. शम्भू नगर व जली कोटी के जर्जर तारों को बदलने व ठीक करने के लिए अधिशासी अभियन्त, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड-प्रथम के द्वारा लगातार सम्पर्क करने पर बताया जाता है कि आर.डी.एस.एस. योजना में कार्य किया जाना है, जिसका टेण्डर सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लि0, एच-1, निकट पंजाब नेशनल बैंक, पी.वी.एल. मॉल वाली सड़क़, शास्त्री नगर, मेरठ को दिया गया परन्तु उपरोक्त फर्म अपना कार्य नहीं कर रही है। अतः आपसे अनुरोध है कि शम्भू नगर व जली कोठी के जर्जर तारों को ठीक करने व बदलने का कार्य अविलम्ब कराया जाये।

अधिशासी अभियन्ता, विद्युत वितरण खण्ड-तृतीय, मेरठ से सम्बन्धितः-
4. सेलर पैनल लगाकर नेट मीटरिंग किये जाने के बाद उपभोक्ता के सोलर ऊर्जा घटाकर बिल नहीं बनाए जा रहे हैं। श्री विनोद कुमार विद्युत कनेक्शन एकाउन्ट आई.डी. संख्या-6012519762, 19 गणपति एनक्लेव, मेरठ को दिनांक 07.07.2023 से सोलर से प्राप्त ऊर्जा को घटाकर बिल नहीं बनाया गया है। कार्यालय में सम्पर्क करने पर बिलिंग सॉफ्टवेयर में टेक्नीकल सपोर्ट न होना बताया जा रहा है। अतः आपसे अनुरोध है कि सोलर ऊर्जा वाले विद्युत कनेक्शन से नेट मीटरिंग चालू होने के बाद सोलर से प्राप्त एनर्जी को घटाकर उपभोक्ता के बिल बनाए जाएं।
5. स्मार्ट मीटर में बिल न जमा होने पर ऑनलाइन बिजली काट दी जाती है, परन्तु बिल जमा करने पर ऑनलाइन बिजली चालू नहीं की जाती है। उपभोक्ता को अनावश्यक कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं, जिससे उपभोक्ता का शोषण व उत्पीड़न होता है तथा भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है।
अधिशासी अभियन्ता, विद्युत वितरण खण्ड-चतुर्थ, मेरठ से सम्बन्धितः-
6. भावनपुर में अवर अभियन्ता श्री राम सिंह द्वारा दिनांक 10.01.2023 को गलत तरीके से बिजली चोरी का चालान किया बताया गया है। लगातार शिकायत करने पर कोई भी कार्यवाही विभाग द्वारा नहीं की जा रही है। अधीक्षण अभियन्ता द्वारा दिनांक 09.10.2023 को जांच कमेटी बनाई गई थी, परन्तु जांच कमेटी द्वारा आज तक भी उपभोक्ता के बयान नोट नहीं किये हैं तथा अधिशासी अभियन्ता द्वारा जांच लम्बित होने के बावजूद उपभोक्ता के विरूद्ध असेसमेंट बनाए जाने का नोटिस जारी किया गया।

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