9 साल पहले जिसकी मौत-उस पर एफआईआर, यूपी अजब है यूपी की पुलिस गजब है। गजब इसलिए कि भले ही जिंदों की तहरीर पर कार्रवाई ना की जाए, लेकिन जिनकी मौत को 9 साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। मेरठ के कोतवाली थाना पुलिस के इस कृत्य से जरूर ही महकमे के अफसर भी सिर धुन रहे होंगे। वहीं दूसरी ओर कोतवाली पुलिस की इस कारगुजारी की शिकायत परिजनों व शहर के दूसरे बड़े सराफा कारोबारियों ने आईजी नचिकेता झा काे भी दी है। दरअसल बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी आइजी रेंज कार्यालय पहुंचे। आरोप लगाया कि पुलिस बिना जांच के सर्राफ व्यापारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर रही है। यही नहीं नौ साल पहले जिस सर्राफ की मौत हो चुकी है, पुलिस ने उनके खिलाफ भी चार मुकदमे दर्ज कर दिए है।
एसोसिएशन के महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल ने बताया कि चाहेमरान शीश महल निवासी पिता-पुत्र सर्राफ व्यापारियों का मानसिक उत्पीड़न करने के लिए आए दिन झूठे मुकदमे दर्ज कराते रहते है। बड़ी बात यह है कि थाना पुलिस जांच किए बिना ही उनकी रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर लेती है। विवेचनाधिकारियों के द्वारा तीन मुकदमे स्पंज भी किए जा चुके है। इसके बावजूद सर्राफ व्यापारियों का उत्पीड़न लगातार बढ़ रहा है। व्यापारियों ने आईजी नचिकेता झा को प्रार्थना पत्र देकर पिता-पुत्र के द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमों को स्पंज कराने की मांग की है। आईजी ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया है।