मेवात की घटना के विरोध में गरजे बजरंगी, मेरठ महानगर के कमिश्नरी पार्क पर विश्व हिंदू परिषद बजरंग के कार्यकर्ताओं ने मेवात में हुई हिंसा के विरोध प्रदर्शन कर मुस्लिम जेहाद का पुतला दहन किया। इस प्रदर्शन में शामिल रहे प्रांत सह मंत्री अमित जिंदल, विभाग मंत्री निमेश वशिष्ठ, विभाग संगठन मंत्री अनूप ,महानगर सह संयोजक हिमांशु, महानगर सह मंत्री पवन कश्यप,समरसता प्रमुख अवनीत बंसल,दिलीप आर्य, नीतेश, सुधीर, दीपक त्यागी आदिने आरोप लगाया कि श्रावण में प्रतिवर्ष किसी भी सोमवार को मेवात नूह में स्थित महाभारत क़ालीन नल्लहड़ महादेव का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालु जाते हैं।इस बार भी सोमवार को लगभग 20 25 हजार लोग पहुंचे हुए थे।अभी यात्रा शुरू हुए 15 मिनट भी नहीं हुए कि, उन पर उपद्रवियों ने गोलियां और पत्थर बरसाने तथा आगजनी शुरू कर दी।हिंदू श्रद्धालुओं ने जब देखा कि परिस्थिति नियंत्रण से बाहर जा रही है, तो पीछे हटने का प्रयास किया, तो देखा पीछे से भी पत्थर बरस रहे हैं। उन पर पेट्रोल बम फेंके गए, बहुत मुश्किल से कुछ लोगों को बचाकर हम नलहड़ महादेव के मंदिर में वापिस लेकर आ सके। कुछ ही देर हुई थी वहां गए हुए कि उस मंदिर के सामने से भी दंगाई आ गये। कारों, बसों और अन्य वाहनों को आग लगानी और जो सामने दिखा उन पर गोलियां बरसनी शुरू हो गई। दो लोगों को गोलियां लगीं। लगभग सारे वाहन जला दिए जब पुलिस आती है तो पुलिस को देखकर उपद्रवी भागते हैं और पहाड़ियों पर चढ़कर तीनों तरफ से मंदिर में शरण लिए हुए महिलाओं, बच्चों और अन्य भक्तों पर गोलियां बरसाना शुरू कर देते है।जिसमे कुछ लोगो को गोलियां भी लगती हैं। बहुत मुश्किल से प्रशासन ने उन पर नियंत्रण किया और उसके बाद वहां से निकाल करके पुलिस लाइन में लेकर आए।तब तक चारों तरफ से घेराबंदी हो गई है, जगह जगह यात्री घिरे पड़े हैं। कहीं मंदिरों, तो कहीं पुलिस चौकियों में शरण ली और उन मंदिरों में और चौकियों पर भी हमले किए गए। उन्होंने कहा कि इस घटना के जिम्मेदार वे लोग हैं जो इन दंगाइयों को भड़काते हैं उनके भड़काने के कारण से ही, मुहर्रम व रामनवमी पर हमले होते हैं।लेकिन यह गंभीर आत्म विश्लेषण का विषय है कि सोमवार को नूह में डायरेक्ट एक्शन की तरह का वातावरण बनाया गया था। बजरंग दल उन मोलवियों से भी कहता है जो किसी भी बहाने से मुस्लिम समाज को भड़काने की कोशिश करते हैं, उसना ये कृत्य स्वीकार नहीं है। यह आत्मघाती प्रवृत्ति है,छोटे छोटे बच्चों को आगे लाकर तुम आगजनी करवा कर, उनका कैसा भविष्य निर्माण कर रहे हो? वहां आप भले ही मेजोरिटी में होंगे, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप उसको हिंदुओं का कब्रिस्तान बना दोगे? यह दुष्कृत्य किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
प्रांत मंत्री राजकुमार डूंगर ने कहा कि हिंदू धार्मिक यात्रा पर हुए इस क्रूर हमले के विरोध में में हम दो अगस्त बुधवार को सम्पूर्ण देश में, समस्त जिला स्थानों पर इस जिहादी क्रूरता के विरोध में धरने प्रदर्शन कर रहे है एवं जिहाद का पुतला जला रहे है। इस आतंकी हमले के कारण बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हुई है और समाज के दो अन्य व्यक्ति भी बलिदान हुए हैं, विश्व हिंदू परिषद की मांग है उन सबके परिवारों को एक एक करोड़ रुपया दिया जाए। जो घायल हुए हैं उनको 20 लाख रुपया तथा जिनकी गाड़ियां और बसें नष्ट हो गई हैं उनको पूरी तरह क्षति पूर्ति की जाए, जिसकी जिम्मेदारी भी सरकार को लेनी चाहिए। पूरे मेवात क्षेत्र को सील करके कांबिंग कराई जाए और एक एक जिहादी को पकड़कर सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाए, तो ही मेवात में चल रहे इस हिंदू विरोधी, राष्ट्र विरोधी आतंक को रोका जा सकता है। इस प्रदर्शन में प्रांत सह मंत्री अमित जिंदल, विभाग मंत्री निमेश वशिष्ठ, विभाग संगठन मंत्री अनूप ,महानगर सह संयोजक हिमांशु, महानगर सह मंत्री पवन कश्यप,समरसता प्रमुख अवनीत बंसल,दिलीप आर्य, नीतेश, सुधीर, दीपक त्यागी आदि उपस्थित रहे।