लालकुर्ती में व्यापारी व भाजपाई आमने सामने-बाजार बंद

लालकुर्ती में व्यापारी व भाजपाई आमने सामने-बाजार बंद
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लालकुर्ती में व्यापारी व भाजपाई आमने सामने-बाजार बंद-जमकर हुआ हंगामा-मौके पर पहुंची पुलिस व कैंट बोर्ड की टीम, भाजपा की प्रचार सामग्री जब्त, थाने में पहले तहरीर, संगठन के अंदरूनी राजनीति गरमाई। मेरठ के लालकुर्ती थाना के चौक फुव्वारा इलाके में इलाके के तमाम व्यापारी और भाजपा नेता आमने सामने आ गए।  दरअसल व्यापारियों की नाराजगी का कारण भाजपाइयों द्वारा लालकुर्ती व्यापार संघ की एक बड़ी फ्लैक्स जो सड़क के बीचों बीच पहले से लगी थी, उसको हटाकर भाजपा छावनी मंडल के पदाधिकारियों की फ्लैक्स का लगा दिया जाना था। इसको लेकर आज गुरूवार जमकर हंगामा हुआ। दरअसल हुआ यह कि लालकुर्ती चौक फुव्वारा पर क्षेत्रवासियों की ओर से जन्माष्टमी के मौके पर दो दिन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। चौकी फुव्वारा पर स्टेज बनाया गया था। इसके लिए वहां पहले से लगा लालकुर्ती व्यापार संघ का फ्लैक्स व्यापारियों ने उतार कर एक ओर रख दिया था। बुधवार को देर रात तक चौक फुव्वारा पर जन्माष्टमी का आयोजन चलता रहा। तब तक सब ठीक था। रात को आयोजन के उपरांत लोग घरों को लौट गए। गुरूवार सुबह करीब 9 बजे जब व्यापारी दुकानें खोलने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि जहां लालकुर्ती व्यापार संघ का फ्लैक्स लगा था, उस जगह भाजपा छावनी मंगल का फ्लैक्स लगा दिया गया है। यह देखकर व्यापारियों ने बाजार के व्यापार संघ पदाधिकारियों को फोन किया। जानकारी मिलते ही वहां पर अध्यक्ष मुकेश व महामंत्री कुलदीप बत्रा समेत सैकड़ों व्यापारी जमा हो गए। व्यापार संघ केफ्लैक्स की जगह पर भाजपा छावनी मंडल का फ्लैक्स लगा दिए जाने से उनमें रोष  फैल गया। गुस्साए व्यापारियों ने दुकानों के शटर गिरा दिए और हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच वहां पर भाजपा छावनी मंडल अध्यक्ष विशल कन्नौजिया, रविन्द्र पास व आलोक रस्तौगी समेत कुछ नेता पहुंच गए। उनके और व्यापारियों के बीच जमकर कहासुनी हुई। व्यापारियो का तर्क था कि सालों से लालकुर्ती व्यापार संघ का फ्लैक्स इस स्थान पर लगता रहा है। व्यापारियों का फ्लैक्स हटाकर कुछ के निजी प्रचार के लिए भाजपा की आड़ लेकर फ्लैक्स लगाना उचित नहीं। इसको लेकर खूब बहस के बाद व्यापारियों के भारी पड़ता देखकर वहां से भाजपा नेता खिसक गए। उन्होंने थाना लालकुर्ती पहुंचकर व्यापार संघ महामंत्री कुलदीप बत्रा के खिलाफ तहरीर दे दी। इस हंगामे में

पुलिस व कैंट बोर्ड मौके पर

लालकुर्ती जैसे भाजपा का गढ़ समझे जाने वाले इलाके में भाजपाइयों के कृत्य से नाराज व्यापारियों के दुकान बंद कर हंगामा करने की सूचना  से हड़कंप मच गया। थाना लालकुर्ती के जो पुलिस वाले व्यापारियों के बार-बार काल करने के बाद भी थाना परिसर से बाहर निकलने को तैयार नहीं थे, वो एक जीप में लदबद कर तुरंत मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में वहां कैंट बोर्ड का दस्ता भी आ धमका। व्यापार संघ का फ्लैक्स हटाए जाने के चलते व्यापारियों में उबाल को देखकर पुलिस और कैंट बोर्ड वाले बैकफुट पर नजर आए। पुलिस वालों ने किसी तरह से व्यापारियों को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन वो कुछ भी समझने को तैयार नहीं थे। उनका आरोप था कि भाजपा के नाम पर कुछ लोग निजी स्वार्थ व वर्चस्व के लिए माहौल खराब करने पर तुले हैं। इससे ये लोग सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा खासतौर से कैंट भाजपा को पहुंचाने का कर रहे हैं।

कैंट बोर्ड ने हटाया भाजपा का फ्लैक्स

व्यापारियों का हंगामा व गुस्सा देखकर कैंट बोर्ड के दस्ते ने लालकुर्ती व्यापार संघ के फ्लैक्स वाले स्थान पर जो फ्लैक्स लगाया गया था, उसे खींच कर साथ लेकर आए गाड़ी में पटक दिया। उनका कहना था कि जब इस स्थाना को हंगामा हो रहा है और माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है तो कैंट बोर्ड प्रशासन किसी का भी फ्लैक्स इस स्थान पर नहीं लगाने देगा। यह स्थान अब आगे रिक्त ही रहेगा। इसकी खबर भाजपा नेता व बोर्ड सदस्य डा. सतीश शर्मा को दी गयी। सतीश शर्मा से सीईओ व कैंट विधायक से बात की।

दो माह पहले भी हुआ था हंगामा

व्यापारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा के इन्हीं नेताओं ने दो माह पहले भी इसी प्रकार से फ्लैक्स लगाए जाने के नाम पर  माहौल खराब करने का प्रयास किया था। तब फ्लैक्स के विवाद को भाजपा के नेताओं ने सांप्रदायिक रंग देने का पूरा प्रयास किया था। लेकिन दोनों संप्रदाय के लोगों की समझदारी के चलते माहौल खराब करने की सियासत व साजिश को कामयाब नहीं होने दिया गया। व्यापारियों ने यहां तक आरोप लगाया कि तब संप्रदायिक बातें तक की गयीं, लेकिन लालकुर्ती के लोग बहकाबे में नहीं आए।

भाजपा के बड़े नेताओं के रवैये से खिन्न

इस पूरे प्रकरण में भाजपा के गढ लालकुर्ती के लोग व व्यापारी सबसे ज्यादा नाराज भाजपा के बड़े नेताओं जिनमें विधायक का नाम भी लिया जा रहा है, उनके रवैये से खिन्न है। हंगामे के दौरान कुछ व्यापारियों ने बताया कि उन्होंने कैंट विधायक अमित अग्रवाल समेत भाजपा के तमाम बड़े नेताओं से यहां के हालात बताए और यह भी बताया कि इससे क्षेत्र के व्यापारियों में नाराजगी है, इसके बाद भी कैंट विधायक व दूसरे नेताओं ने फ्लैक्स लगाने वालों का ही बचाव किया। लालकुर्ती व्यापार संघ के महामंत्री कुलदीप ने जानकारी दी कि कैंट विधायक का कहना था कि कुछ दिन व्यापार संघ के बजाए जो फ्लैक्स लगाया गया है उसे ही लगा रहने दें।

बैकफुट पर भाजपाई 

वहीं दूसरी ओर इस मामले में कुलदीप बत्रा के खिलाफ तहरीर के बाद व्यापारियों ने जब भाजपा नेताओं के खिलाफ तहरीर की बात की तो भाजपा के बड़े नेता बैकफुट पर आ गए। व्यापारियों को खबर भिजवायी गयी कि आलोक रस्तौगी के प्रतिष्ठान पर आकर समझौता कर लें। जबकि व्यापारियों का आरोप था कि सारे फसाद की जड़ ही आलोक रस्तौगी है। लेकिन बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। दोनों ओर से कुछ लोग आगे बढ़े, लेकिन तय यह हुआ कि भाजपा का ही फ्लैस लगाया जाएगा। इसके बाद भी भाजपाई अपने नेताओं से खिन्न हैं। उन्हें इस बात का मलाल है कि चौकि इंचार्ज विनीत दीक्षित के सामने ही कैंट विधायक की बड़ी फोटो लगाया हुआ उनका फ्लैक्स फाड़ दिया गया। इसके पीछे कुछ कार्यकर्ता भाजपा की ही अंदरूनी खींचतान व कैंट की राजनीति की बात कह रहे हैं।

यह कहना है भाजपा छावनी मंडल अध्यक्ष का

भाजपा छावनी मंडल अध्यक्ष विशाल कन्नौजिया ने बताया कि उनका समझौता हो गया है। उन्होंने जानकारी दी कि इस मामले में जो कुलदीप बत्रा के खिलाफ तहरीर दी गयी थी वो वापस ले ली गयी है।

यह कहना है व्यापार संघ महामंत्री का

लालकुर्ती व्यापार संघ के महामंत्री कुलदीप बत्रा का कहना है कि वो टकराव नहीं चाहते, लेकिन व्यापारियों के आत्म सम्मान से किसी प्रकार का समझौता भी नहीं किया जाएगा। माहौल खराब करना स्वीकार्य नहीं। 

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