CCSU में क्रांति की वर्षगांठ पर सेमिनार

CCSU में क्रांति की वर्षगांठ पर सेमिनार
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CCSU में क्रांति की वर्षगांठ पर सेमिनार, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के तत्वावधान में शनिवार को  आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 1857 की भारतीय क्रांति की 165 वी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का आरंभ मां शारदा के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। सेमिनार के द्वितीय दिन के प्रथम अकादमिक सत्र की अध्यक्षता प्रोफेसर सुमंगल प्रकाश ने की। इस सत्र में रिसोर्स पर्सन के रूप में अल्पना पोसवाल कुलदीप कुमार त्यागी ने कार्य किया द्वितीय सत्र की अध्यक्षता डॉ रत्ना प्रकाश ने की। इसमें रिसोर्स पर्सन के रूप में डॉ शिवानी त्यागी ने कार्य किया। समापन सत्र की अध्यक्षता प्रो0 विघनेश कुमार की तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो0 आराधना ने किया। द्वितीय दिन 8 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। डॉ कुलदीप कुमार त्यागी ने मुरादाबाद एवं बिजनौर जिले में 1857 की क्रांति और उसके प्रभाव पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। शोधार्थी ललित कुमार ने शोध पत्र वीरांगना कित्तूर की रानी चेन्नम्मा पर प्रस्तुत किया उन्होंने रानी चेन्नम्मा के व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। हर्षदीप तोमर ने मोहर सिंह ए रिवॉल्यूशनरी ऑफ शामली इन 1857 पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने मोहर सिंह के व्यक्तित्व एवं कृतित्व एवं समाज में योगदान के बारे में विस्तार से बताया। श्वेता शर्मा ने स्वतंत्रता पूर्व भारत की आर्थिक सामाजिक स्थिति पर शोध पत्र प्रस्तुत किया।अंबिका चौधरी ने स्वतंत्रता सेनानी के रूप में स्वर्गीय श्री लाल सिंह जी का देश की स्वतंत्रता में योगदान पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। प्राची ने स्वतंत्रता सेनानी बुद्ध सेन गुप्ता पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। अवंतिका गौतम ने लोकतंत्र सेनानी रघुवीर शरण अग्रवाल जी पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। योगिता शर्मा ने दीनदयाल उपाध्याय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया एवं साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के समस्त कर्मचारियों ने सहयोग प्रदान किया।

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