DM के आदेशों पर भारी अधीशासी अभियंता का नोटिस,
19 अप्रैल को मतदान में शामिल होने पर थमा दिए कर्मियों को नोटिस
मेरठ। चुनाव में मतदान के लिए शामिल होने के जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेशों पर पीवीवीएनएल के एक अधीशासी अभियंता का नोटिस भारी पड़ता नजर आ रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेश मानते हुए पीवीवीवीएनएल के जिन टीजी-टू ने मतदान में हिस्सा लिया उनको नोटिस थमा दिए गए हैं।
चुनाव आयोग के निर्देश पर मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिलानिवार्चन अधिकारी/जिलाधिकारी के प्रयास व आदेशों पर पीवीवीएनएल के अधीशासी अभियंता सुधांशु श्रीवास्तव के आदेश भारी पड़ गए। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को हुए मतदान के मद्देनजर जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी राजस्व व दूसरे कार्यालयों के कर्मचारियों को मतदान में शामिल रहने के मद्देनजर अवकाश की घोषणा की थी। इसी तर्ज पर 26 अप्रैल को प्रस्तावित दूसरे चरण के मतदान के लिए अवकाश की घोषणा की गयी है ताकि सभी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
मतदान की चुका रहे कीमत
जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेश थे सो पीवीवीएनएल के कर्मचारी भी मतदान के लिए चले गए। लेकिन 19 तारीख को मतदान में शामिल होना पीवीवीएनएल के 15 कर्मचारियों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। अधीशासी अभियंता ने इन सभी को कारण बताओ नोटिस थमा दिया है। ऐसे ही एक टीजी-टू को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि 19 अप्रैल को राजस्व संग्रह काउंटर नहीं खोला गया है जिस कारण खण्ड कार्यालय का राजस्व संग्रह शून्य हुआ है। यह कार्य कर्मचारी आचरण नियमावली 1950 में निहित प्रावधानों के अनुसार कदाचार की श्रेणी में आता है। अत: 19 अप्रैल को राजस्व संग्रह काउंटर न खोलने के संबंध में स्पष्टीकरा पत्र प्राप्ति के तीन कार्य दिवसों में खण्ड कार्यालय में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें, अन्यथा कि स्थिति में एक दिवस का वेतन रोक दिया जाएगा। एवं उच्चाधिकारियों से संबंधित के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की संस्तुति की जाएगी। अधीशासी अभियंता सुधांशु श्रीवास्तव के इस पत्र को लेकर पीवीवीएनएल में तमाम अफसर भी हैरानी जता रहे हैं और कह रहे हैं कि यह इस पत्र को जारी करने का मंतव्य क्या जिला निर्वाचन के आदेशों के ऊपर नहीं माना जाना चाहिए।
सख्त विरोध दर्ज
जिला निर्वाचन अधिकारी के 19 अप्रैल के मतदान को लेकर जारी आदेशों के अनुपालन पर अधीशासी अभियंता के पत्र को लेकर राष्ट्रीय विद्युत परिषद प्राविधिकि कर्मचारी संघ ने सख्त विरोध दर्ज किया है। जिलाध्यक्ष कपिल देव गौतम व सचिव जितेन्द्र सैनी एक प्रतिनिधि मंडल को लेकर जो नोटिस जारी किया गया है उसको लेकर चर्चा के लिए अधीशासी अभियंता के कार्यालय पहुंचे। लेकिन सुधांशु श्रीवास्तव वहां नहीं मिले। कपिल देव गौतम ने पंद्रह कर्मचारियों को जारी किए गए नोटिस को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस नोटिस से स्पष्ट है कि जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेश के अनुपालन को लेकर अधीशासी अभियंता गंभीर नहीं। इस संबंध में जब सुधांशु श्रीवास्तव से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नहीं हो सकी।