मिलावट करने वाले समाज के दुश्मन,
मेरठ/खाद्यानों में मिलावट कर लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी दीपक मीणा को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि ये लोग समाज के दुश्मन हैं, इन पर कठोर कार्रवाई की जाए। सिटीजन वॉयस के अध्यक्ष प्रशान्त कौशिक, रामकुमार शर्मा एडवोकेट,सोशल एक्टिविस्ट ऋचा सिंह, सोशल मीडिया एसोसिएशन के संस्थापक रवि बिश्नोई, पंडित अश्वनी कौशिक, प्रेम कुमार शर्मा, जगमोहन शाकाल, रिचा सिंह, सौरभ दिवाकर शर्मा, अक्षय सिंह, चौधरी यशपाल सिंह, विभा सिंह, संगीता आदि ने ज्ञापन में कहा है कि खाद्य पदार्थों में मिलावट चिंताजनक है। खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट मानव स्वास्थ्य के लिए गम्भीर विषय है, क्योंकि इसके दुष्प्रभाव से मानव स्वास्थ्य पर गम्भीर खतरा उत्पन्न होने की संभावना अत्यधिक बढ़ रही है। खाद्य पदार्थों में शुद्धता की कमी होने से शरीर में विकार पैदा होते है, जो धीरे-धीरे शरीर की क्षमताओं को कम भी करते है और गम्भीर बिमारियां भी मानव शरीर में पैदा हो जाती है। खाद्य पदार्थों में मिलावट का दुष्प्रभाव हर घर में दिखाई भी देता है, क्योंकि हर घर में बिमारियां अपना स्थान बना चुकी है और अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या भी इसी का उदाहरण है। दालें, अनाज, दूध, मसाले, घी से लेकर सब्जी व फल तक कोई भी खाद्य पदार्थ मिलावट से अछूता नहीं है। शरीर को स्वस्थ रखने हेतु प्रोटीन, वसा, काबोर्हाइड्रेट, विटामिन तथा खनिज लवण आदि की पर्याप्त मात्रा को आहार में शामिल करना आवश्यक है तथा ये सभी पोषक तत्व संतुलित आहार से ही प्राप्त किये जा सकते है और यह तभी संभव है, जब बाजार में मिलने वाली खाद्य सामग्री, दालें, अनाज, दुग्ध उत्पाद, मसाले, तेल इत्यादि मिलावट रहित हों। यह मौसम त्यौहारों का है और ऐसे में खाद्य पदार्थों में मिलावट का खतरा भी बढ़ गया है। डीएम ने कार्रवाई का आश्वसन दिया।