बीस साल बाद भी रहस्य,
सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों कैद थी चोरी हुई फ्लापी व कंप्यूटर में
मेरठ/ थाना सदर बाजार के सबसे हाई सिक्योरिटी जोन पश्चिम सब एरिया में मुख्यालय में चोरी में चोरी की वारदात एक रहस्य बनी हुई है। अज्ञात चोरों ने न केवल सेना के इस हाईसिक्योटी जोन में सेंध लगायी बल्कि सब एरिया के टॉप सीक्रेट एरिया में दाखिल होकर वहां से कंप्यूटर व फ्लापी चोरी कर लीं। माना जा रहा है कि जो कंप्यूटर व फ्लापी चोरी की गयी थीं, उनमें सेना से संबंधित बेहद सीक्रेट दस्तावेज थे। सब एरिया मुख्यालय चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए सेना की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सेना की जिस्पी में ही चोरी किया गया सामान लाद कर ले गए थे।
फौजी अफसर पहुंचे थे मेरठ
सेना के पश्चिम सब एरिया मुख्यालय में जहां सब एरिया कमांडर का भी आॅफिस मौजूद है। हाई सिक्योरिटी जोन है उसमें सेना से जुड़ी अहम बतायी गयी जानकारियों से संबंधित फ्लापी व कंप्यूटर का चोरी हो जाना गंभीर बात थी। जिस दौरान चोरी की वारदात अंजाम दी गयी, उस वक्त सब एरिया मुख्यालय में विपिन नोटियाल सब एरिया कमांडर के तौर पर तैनात थे। हाईसिक्योरिटी जोन में चोरी की वारदात से जीओसी इन चीफ लखनऊ कमांड से लेकर रक्षा मंत्रालय तक में बैठने वाले उच्च पदस्थ अफसरों में हड़कंप मच गया था। दरअसल मेरठ छावनी देश की टॉप टेन छावनियों में शुमार की जाी है और उसके हाई सिक्योरिटी एरिया में सेना से संबंधित जानकारियों से जुड़ी किसी फ्लापी व कंप्यूटर का चोरी हो जाना वाकई एक गंभीर मामला था, जिसके चलते लखनऊ कमांड से लेकर दिल्ली साउथ ब्लॉक तक के उच्च पदस्थ अफसरों मौका ए मुआयना करने को यूपी पश्चिम सब एरिया मुख्यालय पहुंच गए थे। कई दिन तक इसको लेकर गहमा-गहमी मची रही। लेकिन चोरी की वारदात का करीब बीस बाद भी खुलासा नहीं हो सका। थाना सदर बाजार में मुकदमा दर्ज कराया गया था। लेकिन पुलिस बीस साल बाद भी सब एरिया में हुई चोरी का रहस्य नही उजागर कर सकी। बाद में इसको लेकर सेना के इंटर्नल इंक्वारी की। अपुष्ट सूत्रों ने जानकारी दी है कि कोर्ट आॅफ इंक्वारी भी हुई। हाईसिक्योरिटी जोन में चोरी के बाद सब कुछ हुआ लेकिन सिर्फ वारदात का खुलासा नहीं हुआ।
बार-बार सिक्योरिटी में सेंध
देश की टॉप टेन छावनियों में शुमार मेरठ छावनी की सुरक्षा यानि अपराधिक वारदातो को अंजाम देने वाले ने बार-बार सेंध लगायी है। घटनाओं का यदि जिक्र करें तो सबसे ताजा मामला 28 फरवरी को माल रोड जहां सब एरिया कमांडर का आवास व सेना की सब एरिया कैंटीन है उसके बराबर में स्थित पेंशन आॅफिस के एटीएम में मोटी चोरी की वारदात अंजाम दी गयी। जनवरी 2024 को आरवीसी सेंटर के बाहर खडेÞ सेना के पुराने टैंक से बदमाशों ने पार्टस चोरी कर लिए थे। आरवीसी सेंटर तिराहे पर जहां यह टैंक खड़ा था वह भी हाईसिक्योरिटी जोन एरिया है। 11 जून 2024 को बीएसएनएल के जीएम आॅफिस कैंपस में चोरी के इरादे से घुसे बदमाश सेना की यूनिट में कूद गए। फौजियों ने उन्हें दबोच लिया था। पूछताछ के बाद उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। दिसंबर 2022 में लालकुर्ती थाना क्षेत्र में सेना के सीमा सड़क संगठन के अफसर के घर को बदमाशों ने खंगाल डाला था। यह इलाका भी हाईसिक्योरिटी जोन में शामिल है। उक्त घटनाओं के अलावा भी सेना के हाईसिक्योरिटी जोन की ऐसी घटनाए हैं जिनमें सिक्योरिटी में सेंध लगाई गई है।
इस संबंध में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि लगता है सब एरिया में चोरी का मामला काफी पुराना है। उन्होंने बताया कि जानकारी किए जाने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।