अफसर व ठेकेदार मस्त पब्लिक पस्त, नगर निगम के ठेकेदार और अफसर पूरी तरह से मस्ती में नजर आते हैं, इनकी कारगुजारी से पब्लिक पस्त है, लेकिन न तो नगर निगम मेरठ के अफसरों न ही VBG कंपनी के ठेकेदार को इससे कोई सरोकार है। यह भड़ास वार्ड 73 के निगम पार्षद अब्दुल गफ्फार ने मंगलवार 9 अगस्त को नगर निगम मेरठ के गांवड़ी प्लांट पर पहुचकर निकाली। उन्होंने बताया कि करीब तीन साल पहले करोड़ों की लागत से गावड़ी में कूडा कचरा निस्तारण प्लांट लगाया गया था। लेकिन यह प्लांट पिछले करीब छह माह से बंद है। पार्षद गफ्फार का कहना है कि गावड़ी प्लांट क्यों बंद है, इसका जवाब निगम के अफसर उन्हें देने काे तैयार नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरठ नगर निगम के अफसरों और VBG कंपनी के मिलकर मेरठ की पब्लिक का जीवन नारकीय बना दिया है। हापुड़ रोड वार्ड 82 इलाके में आबादी के बीच में कूडा कचरा डंप किया जा रहा है। पार्षद का सवाल है कि जब करोड़ों गांवाड़ी के डंपिंग ग्राउंड के प्लांट पर खर्च किए गए हैं तो फिर क्यों वार्ड 82 में नगर निगम की गाड़ियां खाली पड़े मैदान में आबादी के बीच नया खत्ता बना रही हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मोहर्रम का दिन है। लोग साफ सफाई चाहते हैं, लेकिन निगम अफसरों की जीआईसी गर्ल्स के पास डंपिंग ग्राउंड की कारगुजारी ने इस बड़े इलाके के लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा क्यों किया जा रहा है इसका उत्तर निगम के अफसरों के पास नहीं है। साथ ही यह भी कोई बताने को तैयार नहीं कि गांवड़ी प्लांट छह माह से बंद क्यों पड़ा है। जो भारी भरकम पैसा इस प्लांट पर खर्च किया गया, उसकी बर्बादी के लिए कौन जिम्मेदार है। पार्षद गुफ्फार ने कहा कि निगम अफसरों को चुप रहकर बच कर निकलने का मौका वह कतई नहीं देंगे। इस मामले को कमिश्नरी से लेकर सीएम तक लेकर जाएंगे। यह जनता के पैसे की बर्बादी और जनता की परेशानी से जुड़ा सवाल है।