तो क्या टूट जाएंगी सदर जैन समाज की शोभायात्रा परंपरा, श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर समिति सदर दुर्गाबाड़ी मेरठ के दशलक्षण महापर्व पर जैन समाज की सालों पुरानी परंपरा टूटने जा रही है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि यह आवाज जैन (मेरठ मंगल) समाज ने ही उठायी है। इस ओर ध्यान दिलाने का काम भी सदर जैन समाज के जागरूक लोगों ने किया है। उन्होंने श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर समिति की ओर से दशलक्षण महापर्व के मौके पर जो तमाम आयोजन आयोजन समिति की ओर से किए जा रहे हैं उन आयोजनों की रूप रेखा को प्रचारित करने के लिए जो कार्ड या पपत्र प्रकाशित कराए गए हैं और उनमें जो कार्यक्रम उल्लेखित किए गए हैं उनमें कहीं भी धूप दशमी व तमाम धार्मिक अनुष्ठानों के बाद निकाली जाने वाली शोभायात्रा का उल्लेख न किए जाने पर आपत्ति की है। यह आपत्ति हमारे कार्यालय को सदर जैन समाज के जागरूक व कर्मठ समाजसेवी अजय जैन ने भेजी है। अजय जैन का नाम सदर जैन समाज में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। वह अक्सर धार्मिक आयोजनों में जो अनेकों बार चूक रह जाती हैं उनका उल्लेख करते रहते हैं ताकि धार्मिक अनुष्ठान व आयोजनों में चूक की कोई गुंजाइश ही न रहे। अजय जैन का कहना है कि धूप दशमी और समापन पर निकाली जाने वाली शाेभायात्रा के पत्र में कोई भी उल्लेख न होने को क्या माना जाए। या फिर यह मान लिया जाए कि सालों पुरानी परंपरा टूट जाएगी। हालांकि उन्होंने बताया कि मंदिर मार्ग स्थित ऋषण एकाडेमी में परंपरागत रूप से शोभायात्राा के स्वागत की तैयारियां की जा रही हैं। इस बार स्वागत कार्यक्रम बहुत ही भव्य बनाने का पूरा प्रयास है, लेकिन जो कार्यक्रम प्रचारित किया गया है उसमें शोभायात्रा का उल्लेख न किया जाना आयोजन समिति के आयोजनों को लेकर तमाम प्रकार के संशय पैदा कर रहा है। आयोजन समिति को इसको लेकर अपनी स्थिति सदर के सकल जैन समाज के समक्ष स्पष्ट करनी चाहिए। अन्यथा भ्रम की स्थिति तो बनी हुई है ही।