सदर में संजय जैन की फजीहत , मेरठ के सदर सर्राफा बाजार एसोसिएशन के व्यापारियों के एक बड़े वर्ग के जबरदस्त विरोध के चलते सीए संजय जैन सदर की सरेआम बुरी फजीहत हो गई। फजीहत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दीपावली, भैय्या दोज, गंगा स्नान आदि पर्व की बधाई देने के लिए सदर सर्राफा बाजार एसोसिएशन की ओर से जो बैनर बाजार के बीच टांगा गया था, उसमें बतौर संरक्षक उल्लेख किए गए सीए संजय जैन के नाम पर टेल लगाना पड़ गया। दरअसल संजय की इस ताजपोशी के लिए भी मेरठ कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष दिनेश गोयल के नाम का सहारा लिया गया। दिनेश गोयल का नाम सदर में ब्रांड माना जाता है, जबकि संजय के साथ ऐसा कुछ नहीं। बतौर बाजार संरक्षण घोषित करने के लिए दिनेश गोयल के नाम की तो आड़ ले ली गई, लेकिन जब बाजार के व्यापारियाें ने विरोध करना शुरू किया तो संजय की फजीहत हो गयी। संजय के नाम को लेकर व्यापारियों की नाराजगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जो बैनर बाजार में लगाया गया था, उस बैनर में संजय के नाम को ढकने के लिए टेप लगाना पड़ गया। इसको लेकर बाद में बाजार के अध्यक्ष राजकुमार भारद्वाज के प्रतिष्ठान राज ज्वैलर्स के हुई व्यापारियों की मिटिंग में भी संजय के विरोध को लेकर हंगाामा हो गया। विरोध का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संजय के नाम पर व्यापारी भी दो फाड़ नजर आए। अध्यक्ष ने एक नोटिस जारी कर अनिल जैन बंटी, मृदुल जैन व अनिल कुमार जैन पर आरोप लगा दिए। इस मुददे पर शुक्रवार की शाम को बैठक बुलायी गयी है। जिसमें हंगामे के आसार हैं। विरोध करने वाले व्यापारियों का कहना है कि संजय के लिए व्यापारियो की एसोसिएशन का यूज करना कहां तक उचित है। यदि संजय को व्यापारी के तौर पर स्थापित ही करना है तो बाजार में दुकान खोलकर संजय को बैठाए, उसके बाद एसोसिशन का नाम यूज करें। इस संबंध में सेजय जैन से भी पक्ष जानने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं हो सकी।