अफजाल ने किया विधायक का स्वागत, सपाइयों ने मेरठ शहर विधायक रफीक अंसारी का स्वागत किया। इस मौके पर सपा के पूर्व पार्षद अफजाल सैफी, वसीम गाजी, हाजी सरताज कुरेशी ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि भाजपा सरकार द्वारा जानबूझकर वादों के आरक्षण में मनमानी की गई है तथा त्रुटिपूर्ण आरक्षण होने से नगर निकाय के चुनाव समय पर नहीं हो पा रहे तथा भाजपा चुनाव रोकना चाहती है, क्योंकि मैनपुरी और खतौली उपचुनाव में हुई भाजपा की पराजय इस बात का प्रतीक है कि भाजपा हताश और निराश है इसीलिए अपने समर्थकों के माध्यम से आरक्षण को बहाना बनाकर हाईकोर्ट से चुनाव पर रोक लगाने का जो स्थगन आदेश प्राप्त किया है यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है। भाजपा मनमानी के लिए उच्च न्यायालय का सहारा ले रही है तथा जिला अधिकारियों के माध्यम से आरक्षण पर आई आपत्तियों को एक सिरे से खारिज कराना भाजपा सरकार की सोची समझी साजिश है इसीलिए भाजपा चुनाव डालना चाहती है। और भाजपा के नेताओं द्वारा सरकार के मंत्रियों द्वारा जिला अधिकारी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं स्थानीय निकाय आयुक्त पर दबाव बनाकर आरक्षण पर आए आपत्तियों को खारिज कराने का काम किया है। जिलाधिकारी द्वारा सारी आपत्तियों को एक सिरे से खारिज कर दिया है जो कि अनुचित है हमारी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से मांग है कि वादों का आरक्षण नए सिरे से कराया जाए तथा उसमें सत्तारूढ़ पार्टी के साथ मुख्य विपक्षी दल के जनप्रतिनिधियों की राय से वाडो का आरक्षण सुनिश्चित किया जाए जिससे निष्पक्ष तरीके से नगर निकायों में निष्पक्ष मतदान और चुनाव हो सके तथा भाजपा सरकार की मनमानी पर उच्चतम न्यायालय स्वत संज्ञान ले और इस आरक्षण को रद्द करते हुए मेरठ में 90 वार्डों के स्थान पर 100 वार्ड किए जाएं जिन नगर निकायों की आबादी 12 लाख से अधिक है वहां पर 95 वर्ड होने चाहिए। मेरठ में 95 से 100 वार्ड करने हेतु परिसीमन किया जाए तब नए सिरे से चुनाव कराए जाएं अन्यथा समाजवादी पार्टी सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटा से पीछे नहीं हटेगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश शासन एवं जिला प्रशासन की होगी।