आर्नर किलिंग: पीट-पीट कर बहन की हत्या, मेरठ के इंचौली थाना क्षेत्र के गांव नंगला शेखू में दूसरे संप्रदाय के युवक से प्रेम करने वाली सगी बहन अमरीशा की सगे भाई हसीन ने पीट-पीट कर हत्या कर दी। हत्या की यह लोमहर्षक वारदात हाइवे पर अंजाम दी गयी। एनएच-34 मवाना रोड पर पीट-पीटकर सरेआम गला दबाकर हत्या की इस वारदात को जिसने भी देखा वह ऊपर से नीचे तक सिहर गया। बहन के प्रेम प्रसंग से खफा भाई के सिर पर मानों खून सवार हो गया था। उसने पहले घर में अमरीशा को लाठी से पीटा। वो रहम की भीख मांगती रही, लेकिन भाई ने जब रहम नहीं खाया तो वह जान बचाने के लिए घर से निकल कर सड़क पर भागने लगी। भाई ने उसको भागते हुए धक्का देकर सड़क पर गिरा दिया और बेतहाशा पीटने लगा। सड़क पर पड़ी युवती लोगों से मदद मांग रही थी, तभी अचानक भाई का हाथ गले पर जा पहुंचा और वह तब तक गला दबाता रहा जब तक कि उसकी छोटी बहन का जिस्म निर्जीव नहीं हो गया। करीब आधा घंटे बाद किसी ने डायल-112 को सूचना दी। इंचौली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की दो डीवीआर कब्जे में ले ली। वहीं, आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इंचौली थाना अंतर्गत एक गांव में मुस्लिम परिवार रहता है। आठ बहन-भाईयों में सबसे छोटी बहन का दूसरे समुदाय के युवक के साथ प्रेम-प्रसंग था। चार माह वह युवक के साथ चली गई थी। पुलिस ने दोनों को बरामद कर युवक को जेल भेज दिया था। किशोरी अब फिर से उसी के साथ रहने की जिद पर अड़ी थी। जिसको लेकर बीती रात से कई बार विवाद हुआ। सुबह करीब 11 बजे भी उसके साथ मारपीट की गई। वह घर से भाग निकली और गांव की मुख्य सड़क पर आ गई। पीछे से सबसे बड़ा भाई पहुंच गया और बहन को पीटने लगा। यह देख मौके पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई। देखते ही देखते भाई ने बहन का गला दबा दिया। यह सब मौके पर खड़ी भीड़ ने देखा परंतु तड़फती किशोरी को किसी ने दरिंदे से नहीं बचाया। कुछ ही मिनटों में उसने दम तोड़ दिया। आरोपी भाई घर पहुंच गया। करीब 20 मिनट तक उसका शव सड़क पर पड़ा रहा। डायल-112 पहुंची और इंचौली पुलिस को घटना की जानकारी दी। जानकारी पर इंचौली प्रभारी योगेंद्र कुमार पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हत्यारा भाई पुलिस की गिरफ्त में
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस वालों ने युवती के घर पर पहुंचकर उसके हत्यारे भाई को गिरफ्त में ले लिया। जीप में डालकर थाने ले आए। जहां पर मौत का नंगा नाच किया गया उससे कुछ ही दूरी पर युवती का घर था जहां हत्या के बाद उसका भाई जा पहुंचा था। बताया जाता है कि वह भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने उसको दबोच लिया। उसे घर से गिरफ्तार कर लिया और थाने ले गई। मौके पर सैकड़ों की भीड़ इकट्ठा हो गई। सभी लोग पुलिस को जानकारी देने से बचते रहे।
डीवीआर कब्जे में ली
घटनास्थल पर चार सीसीटीवी कैमरे लगे है। जिसमें से तीन ग्राम पंचायत के हैं और एक गेट के बाहर के गेट पर लगा था। पुलिस ने सबसे पहले उन कैमरों के डीवीआर कब्जे में ले लिए। वहीं, लोगों से मोबाइल में बनाई गई वीडियो के बारे में भी पूछताछ की।
मुकदमा लिखा गया था : थाना प्रभारी
इंचौली थाना प्रभारी योगेंंद्र कुमार ने बताया कि मार्च माह में किशोरी एक युवक के साथ चली गई थी। उस समय दोनों को दूसरे राज्य से बरामद किया गया था। उसके बाद परिजनों ने युवक पर मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद युवक को जेल भेज दिया गया था। अब इस घटना में आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्रेमी संग चली गयी थी घर, अपहरण का हुआ था मुकदमा दर्ज
मेरठ। नंगलाशेखू की रहने वाली 17 साल की अमरीशा तीन माह पहले सरूरपुर थाना क्षेत्र निवासी अपने प्रेमी के साथ कहीं चली गयी थी। उस मामले में प्रेमी के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद जब पुलिस ने युवक के परिजनों को परेशान करना शुरू किया तो युवक व युवती लौट आए। यूुवती को बरामद कर लिखा पढ़ी के बाद युवती को परि जनो को सौंप दिया था। प्रेमी को जेल भेज दिया गयाथा। कुछ समय पहले प्रेमी छूटकर ाहर आर गांव वालों कीमानें तो युवक व उसके परिजनों ने आशंका जतायी थी कि युवती को उसके परिजन मार डा लेंगे। युवक ने तब युवती को उसके घर वालों के साथ ना भेजे जाने की बात कही थी, लेकिन फिर भी युवती उसके घर वालों के साथ भेज दिया। कुछ समय पहले युवक जेल से छूटकर आ गया था। उसके बाद युवक व युवती दोनाें लगातार संपर्क में थे। बताया जाता है कि आज भी युवती अपने प्रेमी से बात कर रही थी। यह देखकर हसीन ने आपा खो दिया और युवती पर टूट पड़ा पीट-पीट कर युवती की जान ले ली।
इंसेट
भीड़ में नहीं था एक भी मर्द
मेरठ। एनएच-34 हाइवे पर जहां युवती की हत्या की गयी। वहां हत्या की इस वारदात को देखने के भी सैकडों लोग जमा था। बुरी तरह से पिटाई की वजह से युवती उठ नहीं पा रही थी। उसका भाई बेतहाश पीटे जा रहा था। लोगों ने बताया कि उसकी हालत इतनी खराब हो गयी थी कि मुंह से आवाज नहीं निकल रही थी। भाई के घूंसे उसके चेहरे पर पड़ रहे थे। चेहरा लहूलुहान हो गया था। मदद के लिए वो बार-बार हाथ उठाती। लोगों को बुलाती, लेकिन भीड़ ने केवल तमाश देखा बचाया नहीं। तभी भाई का हाथ गले पर पहुंचा और कसता चला गया। युवती सड़क पर हाथ पांव पटक रही थी। मौत का तमाश देखने वाली भीड़ में एक भी ऐसा मर्द नहीं था जो आगे बढ कर उसको बचा लेता। तमाश देखने वालों में कुछ महिलाएं भी थीं, एक महिला के मुंह से निकल ही गया क्या यहां एक भी मर्द नहीं है। इस दौरान भीड़ तमाशा देखती रही। इससे पहले गांव में जिस घर में युवती को लाठी डंडे से पीट रहा था बताया जात है कि वहां भी मौत का तमाश देखने वालों तो बहुत थे। वो सभी से रहम की गुहार लगा रही थी। बार-बार कह रही थी उसे बचा लो ये मार देगा। लेकिन वहां भी भीड़ में कोई मर्द ऐसा नहीं था जो बचाने के लिए हाथ आगे बढ़ाता। लोगों ने बताया कि पिटाई बर्दाश्त से बाहर हो गयी तो युवती खुद को बचाने के लिए घर से निकल कर जब भाग रही थी वो तभी भी लोगों से हाथ जोड़कर मदद मांग रही थी, लेकिन उसकी मौत का तमाश देखने वाले तो बहुत थे वहां लेकिन बचाने वाला एक भी मर्द नहीं था।