भारत पर भड़का यूक्रेन, यूक्रेन के मंत्री ने अपने भारतीय साझेदारों से ये भी कहा कि यदि भारत सस्ते दामों पर रूस से तेल खरीदना जारी रखना चाहता है तो ‘बैलेंसिंग एक्ट’ के तहत यूक्रेन की मदद के लिए तैयार रहें। रूस-यूक्रेन के बीच जंग पिछले 10 महीनों से जारी है. इस जंग में ना यूक्रेन झुकने को तैयार है और ना ही रूस पीछे हट रहा है. सोमवार को यूक्रेन ने रूस पर ड्रोन हमला किया जिसके जवाब में रूस ने यूक्रेन के कीव में अंधेरा कर दिया. इसके साथ ही रूस ने खुद पर हुए हमले के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहरा दिया। रूस ने यूक्रेन पर तमाम चेतावनियों और पश्चिमी देशों के आर्थिक प्रतिबंधों के बाद भी हमला कर दिया है। इस हमले में अब तक यूक्रेन के 137 लोग मारे जा चुके हैं। इस बीच यूक्रेन ने भी रूस के 800 सैनिकों को मार गिराने और कई विमान एवं हेलिकॉप्टरों को तबाह करने का दावा किया है। रूस ने दुनिया की सबसे शक्तिशाली, अजेय और घातक हाइपरसोनिक मिसाइल को सेना में शामिल कर लिया है. उसे तैनात भी कर दिया है. इसकी गति 33076 किलोमीटर प्रतिघंटा है. यह धरती पर कहीं भी किसी भी टारगेट को 30 मिनट में हिट कर सकती है. यह एक परमाणु मिसाइल सिस्टम है। वहीं दूसरी ओर युद्ध झेल रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एलसीआई नाम के एक चैनल को हाल ही में इंटरव्यू दिया. उस इंटरव्यू में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें जब मौका मिले वो पुतिन के चेहरे पर मुक्का मारने के लिए तैयार हैं. फिर चाहे यह मौका कल ही क्यों न आ जाए।यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो संबोधन में कहा कि रूस के पास अभी भी बड़े पैमाने पर हमलों के लिए कई पर्याप्त मिसाइलें हैं. उन्होंने फिर से पश्चिमी सहयोगियों से कीव को अधिक और बेहतर वायु रक्षा प्रणालियों की आपूर्ति करने का आग्रह किया।रूस और यूक्रेन की लड़ाई के 10 महीने पूरे हो चुके हैं. जेलेंस्की को उम्मीद थी कि क्रिसमस से पहले पुतिन अपनी सेनाएं वापस बुला लेंगे. लेकिन अलेक्जेंडर डुगिन की ये चेतावनी रूस की मंशा तो बताती ही है, दुनिया के लिए भी एक गंभीर मैसेज है।