कैंट बोर्ड के सामने न टिक सगे भाजपाई, कैंट के लालकुर्ती इलाके में नाले नालियों पर कब्जा कर किए गए अवैध निर्माण को हटाने के लेकर हुई भिड़त में भाजपाइयों को बैक फुट पर आना पड़ गया। कैंट बोर्ड के ध्वस्तीकरण दस्ते के आगे उनकी एक न चली। अब उन्होंने कैंट बोर्ड परिसर में हिसाब चुकता करने का एलान किया है। इस सारे फसाद की जड़ मंगलवार को लालकुर्ती निवासी भाजपा नेत्री डोली गुप्ता के बेहद करीबियों के सरकारी जगह पर किए गए अवैध कब्जे व अवैध निर्माण को तोड़ा जाना रहा। साथ ही यह भी साफ हो गया कि कैंट बोर्ड में नयी सरकार आने के बाद अब अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ प्रदेश के सीएम योगी की तर्ज पर सीईओ कैंट का भी बुलडोजर गरजेगा और हुआ भी कुछ ऐसा ही, लेकिन यहां मामला कुछ अलगा था। हुआ यूं कि जेई अवधेश यदव व हथोड़ा गैंग इंचार्ज सुनील ध्वस्तीकरण दस्ते को लेकर लालकुर्ती के गुप्ता स्वीट पर पहुंचे। आरोप है कि यहां जो नक्शा पास किया गया है उसके विपरीत निर्माण किया गया। इसके अलावा नक्शे के इतर नाली पाट कर उस पर भी अवैध निर्माण कर लिया गया। यह प्रतिष्ठान भाजपा महिला मोर्चा की नेत्री डोली गुप्ता के करीबियों का है। सो बबाल तो होना ही था। कैंट बोर्ड की कार्रवाई की खबर मिलते ही मनोनीत सदस्य सतीश शर्मा व भाजपा छावनी मंडल अध्यक्ष विशाल कन्नौजिया व बड़ी संख्या में अन्य लोग वहां आ धमके। एक बार तो लगा कि कैंट बोर्ड का दस्ता बैक फुट पर आ जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अवधेश यादव अड़े रहे। जब बात नहीं बनी तो डा. सतीश शर्मा ने सीधे सीईओ कैंट ज्योति कुमार को मोबाइल पर मिला डाला। मोबाइल पर भी काफी Hot बातें हुईं। नारागी की वजह भाजपा की केंद्र व प्रदेश में सरकार फिर भी भाजपाइयों के ही अवैध निर्माण बताकर बुलडोजर चलाया जा रहा है। काफी देर तक हंगामा होता रहा। कैंट बोर्ड का दस्ता भी कम नहीं था। उन्होंने तोड़ने के अलावा सामान भी जब्त कर लिया, लेकिन वहां जमा भाजपाइयों ने जब्त किया गया सामान कैंट बोर्ड की गाड़ी से दोबार उतार लिया। अब इस मामले को लेकर कैंट बोर्ड मे भाजपाई ताकत दिखाने की तैयारी कर रहे हैं।