सीईओ कैंट गंभीर-धमाके की आहट, कैंट बोर्ड मेरठ के सीईओ अवैध निर्माण मामलों में कार्रवाई के नाम पर की गयी कथित हीलाहवाली को लेकर बेहद गंभीर नजर आते हैं। सुनने में आया हैं कि छावनी क्षेत्र के लगभग छह सौ अवैध निर्माणों में तलब की गई रिपोर्ट को पेश करने तथा अवैध निर्माणों में कार्रवाई के नाम पर बरती गयी लापरवाही की गाज इस मामले में फंसते नजर आ रहे कैंट बोर्ड और रक्षा संपदा अधिकारी के कार्यालय के स्टाफ भी गिर सकती है। अभी यदि रडार की बात की जाए तो या सो कॉज यानि कारण बताओ नोटिस की बात करें तो सुनने में आया है कि वह केवल कैंट बोर्ड के सेनिटेशन हेड को ही थमाया गया है। इस सख्त कदम की उम्मीद शायद स्टाफ ने नहीं की होगी, लेकिन सीईओ की अवैध निर्माणों पर जीरो टारयलेंस नीति के चलते अब कैंट बोर्ड में वो सब देखने को मिल सकता है, जिसे स्टाफ के कुछ लोग भले ही पसंद न करते हों, लेकिन उनका नपना तय माना जा रहा है।
बोर्ड बैठक में धमाके की आशंका
कैंट बोर्ड की बैठक चार जून को होने जा रही है। इस बैठक में कुछ कठोर निर्णय लिए जा सकते हैं। ये निर्णय विस्फोटक होने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। इसमें पूछा जा सकता है कि छह सौ अवैध निर्माणों को लेकर जो रिपोर्ट तलब की गयी थी, उसको सीईओ के सामने पेश करने में इतनी देरी के पीछे क्या कारण है। वहीं दूसरी ओर यह भी जानकारी मिली है कि जिन पर इस लापरवाही की गाज की आशंका जतायी जा रही है, वो अब कैंट बोर्ड कर्मचारी यूनियन की शरण में हैं। वो चाहते हैं कि संकट के वक्त कैंट बोर्ड कर्मचारी यूनियन उनके साथ खड़ी हो जाए, लेकिन मामला जितना गंभीर नजर आता है, उससे लगता नहीं कि यूनियन अपने हाथ जलाने का जोखिल लेगी। कैंट बोर्ड को लेकर मंगलवार को भी इसी प्रकार की धमाकेदार की खबर का इंतजार कीजिए।