पुलिस के लिए मौत बनी पहेलीो, रठ
जानी के सिवालखास निवासी विकास की मौत परिजन ही नहीं पुलिस के लिए भी राज बनी है। जानी पुलिस मौत की अनसुलझी पहली को सुलझाने में पस्त नजर आ रही है। मरने वाले युवक के परिजन मंगलवार को एसएसपी से मिलने पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने सीओ सरधना को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
जानी के सिवालखास निवासी विकास की मौत ढाई महीने बाद भी राज बनी है। परिजन अपने सवालों के जवाब मांग रहे हैं। मंगलवार को वह फिर पुलिस आफिस पहुंचे और अफसरों से न्याय की गुहार लगाई। मामले में सीओ सरधना को जांच के आदेश दिए गए हैं।
16 जून को सिवालखास निवासी विकास की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव लावारिस अवस्था में मिला। पुलिस ने शव को मोर्चरी भिजवा दिया। परिजनों ने गांव के ही एक शख्स पर हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि मौत वाले दिन वह व्यक्ति ही विकास को घर से बुलाकर ले गया था। विकास के 3500 रुपये उस शख्स पर उधार थे, जो देने के लिए वह विकास को ले गया था। पुलिस आफिस पहुंचे आनंद सिंह का कहना है कि पुलिस पहले दिन से आरोपी का बचाव कर रही है। यह बिना मिलीभगत के संभव नहीं है। जो शख्स गांव में रहा, उसे पुलिस ने गांव से बाहर दिखा दिया, जबकि उनके पास मौजूद फुटेज इस बाद की गवाही दे रही है। उनके भाई की गर्दन टूटी थी, जिससे पता चलता है कि गर्दन पर वार किया गया था। यही वार विकास की मौत का कारण बना। इंस्पेक्टर जानी पंकज कुमार सिंह का कहना है कि मामला उनसे पहले का है। अगर मामला दोबारा थाने आता है तो वह नये सिरे से जांच कराएंगे। पीड़ित परिवार के हर सवाल का पुलिस जवाब देगी।