धाराओं में खेल-मिल जाए बेल, तोपखाना निवासी अकेली महिला के घर में घुसकर डराने धमकाने के आरोपियों को बेल दिलाने के लिए मेरठ की लालकुर्ती थाना पुलिस ने आरोपियों की बेल का रास्ता साफ करने के लिए धाराओं में खेल कर दिया। यह पूरा मामला मेरठ में आए दिन चर्चाओं में रहने वाले छावनी मंदिर मार्ग स्थित ऋषभ एकाडेमी से जुड़ा है। तोपखाना निवासी शैली शर्मा की बेटियां ऋषभ में पड़ती हैं। आरोप है कि फीस के मुददे पर उनकी बेटियों से आपत्तिजक व्यवहार किया गया। जिसकी जांच चल रही है। शैली शर्मा का कहना है कि शिकायत वापस लिए जाने का प्रेशर बनाने को विगत 17 अक्तूबर को ऋषभ के पूर्व प्रधानाचार्य अजय जैन व दो अन्य लोग उनके तोपखाना स्थित मकान पर रात्री 8.40 बजे आए। इस बात के साक्ष्य उनके पास हैं। उन्हें डराया धमकाया गया। इसकी सूचना उन्होंने तत्काल डीएम मेरठ को दी। अगले दिन वह डीएम के पास शिकायत लेकर पहुंची। डीएम के आदेश पर अजय जैन व दो अन्य के खिलाफ थाना लालकुर्ती में एफआईआर दर्ज कर ली गयी। लेकिन इस मामले में आरोपियों को बेल का रास्ता साफ करने को धाराओं में खेल कर दिया गया। शैली का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ 458 की धारा स्पष्ट बनती है, लेकिन जांच कर रहे दराेगा ने आरोपियों से साज कर 452, 504 व 506 की धाराओं में ही मुकदमा लिखाया। जो तहरीर उन्होंने दी है, उसमें भी आरोपियों के उनके घर पर आने के समय का उल्लेख किया है, लेकिन इसके बाद भी धारा 458 नहीं लिखी गयी। यह साजिशन किया गया है। इतना ही नहीं इस मामले में जांच अधिकारी भी बदल दिया गया। जबकि उनकी ओर से ऐसा करने की मांग तक नहीं की गयी। 6 नवंबर को लालकुर्ती पुलिस ने उन्हें बयान दर्ज कराने को बुलाया। उन्होंने 458 धारा लगाए जाने की बात बयान लेने वाले पुलिस अधिकारी से कही। लेकिन हैरानी इस बात की कि अजय जैन व सीए संजय जैन के अलावा दो अन्य अज्ञात जिनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है, वो उस वक्त थाने में ही मौजूद थे। बजाए उन्हें गिरफ्तार करने के लालकुर्ती पुलिस उनसे दोस्ताना व्यवहार कर रही थी। शैली ने बताया कि इस संबंध में डीएम व एससपी से मिलकर शिकायत भी दर्ज कराएंगी।