डोर टू डोर मीटर अभियान को स्टॉफ का पलीता,
फ्री है फिर भी केबिल के नाम पर की जा रही उपभोक्ताओं से वसूली
मेरठ/डोर टू डोर मीटर लगाने के अभियान को निजी कंपनी के स्टॉफ के ही कुछ लोग पलीता लगाने में लगे हैं। डोर टू डोर लगाए जा रहे मीटरों में केबिल के पैसे नहीं लिए जाने की बात स्वयं एमडी पावर ने कई बार मीडिया की मार्फत स्पष्ट की है, लेकिन आरोप है कि लालकुर्ती इलाके में चल रहे डोर टू डोर मीटर लगाने के काम में केबिल के नाम पर उपभोक्ताओं को कंपनी का स्टाफ ठग रहा है। बुधवार को एमडी आॅफिस इसकी शिकायत लेकर पहुंचे कुछ उपभोक्ताओं ने बताया कि खुद को इंटेलीस्मार्ट कंपनी का कारिंदा बताने वाले जो युवक डोर टू डोर अभियान के तहत मीटर लगाने पहुंचे थे उन्होंने लालकुर्ती के कई उपभोक्ताओं ने मीटर में लगने वाली केबिल के नाम पर 15-15 सौ रुपए मांगे। एमडी आफिस में मौजूद मोहम्मद इस्माइल, इनामउल हक, दानिश आदि ने बताया कि जब उन्होंने कंपनी के स्टाफ से कहा कि केबिल तो सरकार की ओर से फ्री है और वो पैसे नहीं देंगे तो उन्हें बताया गया कि जो पैसे लिए जा रहे हैं ये बिल में एडजेस्ट करा दिए जाएंगे। जो मीटर लेकर घूम रहे थे उन्होंने अपना नाम अभिषेक, हर्ष, राजू बताया और कहा कि केबिल के पैसे तो देने ही होंगे, लेकिन ये बिल में एडजेस्ट हो जाएंगे। इस संबंध में जब कंपनी के हेड शशि से जानकारी का प्रयास किया तो उनका नंबर आॅउटआॅफ रेंज जाता रहा।
इसके अलावा रुड़की रोड स्थित शील कुंज-2 एक्सटेंशन के एक उपभोक्ता का आरोप है कि हैंड टू हैंड मीटर लगाए जाने का नियम है, लेकिन 11 जनवरी को रसीद काटे जाने के बाद भी उनके यहां मीटर नहीं लगाया जा रहा है।