जुए & बार बालाओं के डांस के शौकीन बेनकाब, -जुए व डांस के कौन-कौन थे शौकीन चल गया पता-हारमनी कैसीनों कांड में शामिल करीब सौ से की जाएगी पूछताछ-
मेरठ। गढ रोड स्थित होटल हारमनी के कैसीनो में जुए व बार बालाओं के डांस के शौकीनों के चेहरे पुलिस के सामने उजागर हो गए हैं। पुलिस ने इन पर शिकंजा कसने के लिए ठोस तैयारी कर ली है। होटल ने इन सभी के बारे में जानकारी मिल गयी है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों में जो कैद हुए थे उनका भी खुलासा पुलिस पर हो गया है। यह भी संभव है कि पुलिस जिस तेजी से कम में लगी है उससे हो सकता है कि ये सभी सौ दीपावली सलाखों के पीछे मनाएं। ऐसा हुआ तो बहुत फजीहत हो जाएगी। वहीं दूसरी ओर जबकि राजेश मिगलानी, राजेश जुनेजा, अशोक तनेजा, अमित चांदना, रजत सिंह, हिमांशु, मैनेजर आदिल खान फरार हो गए थे इन्होंने कोर्ट से जमानत की गुहार लगायी है, गढ़ रोड स्थित होटल हारमनी की कुंडली खंगाली जा रही है। इसके लिए कुछ अधिकारी लगा दिए गए हैं। होटल पर छापे का मामला शासन तक जा पहुंचा है। शासन में इस मामले की कुछ लोग पैरवी कर रहे हैं तो भाजपा का एक खेमा मामले को तूल देने पर उतारू है। होटल हारमनी प्रकरण ने भाजपा में भी अंदरूनी घमासान चरम पर है। सूत्रों की मानें तो होटल हारमनी के कैसीनो कांड की आड में कुछ भाजपाई अगला पिछले हिसाब चुकता करना चाहते हैं। यहां तक कहा जा रहा है कि इस मामले के भाजपा में जल्दी ठंड़ा पड़ने के बिलकुल आसार नहीं है। होटल को लेकर जो कुछ भी मीडिया में आया है, मुखालिफ खेमे ने उसकी बाकायदा फाइल तैयार कर लखनऊ भेज दी है। माना जा रहा है कि इसके बाद ही अफसर होटल हारमनी की फाइल खंगाल रहे हैं।
प्रशासन ने तलब की फाइल
होटल हारमनी के मालिक की मुश्किलें अभी कम होती नजर नहीं आ रही हैं। होटल में अवैध कैसीनो व बार बालाओं के डांस को लेकर प्रशासन गंभीर है। क्योंकि मेरठ में इस प्रकार के लाइसेंस का कोई प्रावधान नहीं है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि होटल पर अवैध रूप से चलाए जा रहे कैसीनों पर पुलिस के छापे के बाद गढ़ रोड स्थित होटल हारमनी की फाइल डीएम आॅफिस ने तलब कर ली है। फिलहाल होटल की जमीन की नापजोख की जा सकती है। इस पर तहसील से रिपोर्ट तलब किए जाने की बात पता चली है। जानकारों का कहना है कि यदि जमीन की पैमाइश की नौबत आ गई और जो माहौल फिलहाल बना हुआ है और अधिकारियों के तेवर भी ऐसे ही बरकरार रहे तो आशंका है कि होटल की फ्रंट व साइड का कुछ हिस्सा गिरा भी दिया जाए। हालांकि जब तक प्रशासन की ओर से इसको लेकर कुछ साफ नहीं आ जाता तब तक किसी नतीजे पर पहुंचना मुनासिब नहीं होगा।
अवैध निर्माण की जांच
होटल हारमनी में अवैध निर्माणों की जांच की जा रही है। बताया गया है कि होटल की पांचवी मंजिल जिस की छत टीन शेड के रूप नजर आती है दरअसल वो टीन शेड केवल दिखावा भर के लिए है। टीम शेड के नीचे शानदार हॉल है और सुना तो यहां तक जाता है कि इस हॉल के नीचे जो पार्टी हाल है उसमें बहुत खास लोगों के लिए खास महफिलें सजायी जाती हैं।
माना जा रहा है कि जिस प्रकार से पुलिस छापे के बाद होटल हारमनी को लेकर तेजी से घटनाक्रम बदल रहा है और यदि लखनऊ से कोई बैरियर नहीं डाला जाता तो होटल पर पुलिस प्रशासन व मेडा तथा नगर निगम की भी संयुक्त कार्रवाई संभव है। यदि ऐसा हुआ तो इससे इतना नुकसान होटल का नहीं होने वाला जितना की सत्ताधारी भाजपा के मेरठी संगठन को होगा।
प्रतिष्ठा से लिया जोड़
होटल हारमनी को लेकर जो कुछ चल रहा है भाजपा के सूत्रों की मानें तो संगठन के कुछ लोगों ने उसको प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। इसमें कोई दो राय नहीं कि होटल को भाजपा के कई बड़े नेताओं को संरक्षण हासिल है। यह भी सुनने में आया कि छापे के दौरान जितने भी हारमनी के मालिक नवीन अरोरा समेत जितने भी लोग पकडेÞ गए थे, पुलिस की तैयारी उन सभी को जेल भेजने की थी, लेकिन एन मौके पर एक फोन कॉल्स ने नवीन अरोरा समेत सभी आठ को जेल जाने से बचा लिया। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि इस केस में पुलिस की एन मौके पर कमजोर पैरवी ने ही नवीन अरोरा व बाकियों को बेल दिलाने का काम किया। सुना तो यहां तक जा रहा है कि छापे से पहले ही जो लोग होटल से भाग गए थे उनमे नवीन अरोरा भी शामिल थे। उनकी तलाश में पुलिस उनके घर तक जा पहुंची थी, लेकिन वो वहां भी नहीं मिले थे। बाद में जब एक महिला पुलिस अधिकारी ने परिवार की महिला सदस्यों को साथ ले जाने की धमकी दी तब कहीं जाकर वह हारमनी पहुंचे और पुलिस उन्हें साथ ले गयी।
कैमरों में तलाशे जा रहे हैं भागने वाले
छापे से पहले हारमनी से भागने वाले सीसीटीवी फुटेजों में तलाशे जा रहे हैं। बताया गया है कि पांच और की पहचान कर ली गयी है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मामले में पुलिस की लिखा पढ़ी के बाद ही कुछ जानकारी दी जा सकती है।