GPA का प्रयास तो प्रशासन भी जागरूक, गाजियाबाद परेंट एसोसिएशन ने प्रयास किया तो फिर जिला प्रशासन भी आरटीई को लेकर जागरूक हो गया है। इसके लिए जिला प्रशासन का जीपीए ने आभार भी जताया है। साथ ही आग्रह किया है कि आरटीई के तहत चयनित बच्चों का शत प्रतिशत प्रवेश दिलया जाए। निजी स्कूलों पर यदि ऐसे ही सख्ती रही तो गरीब का बच्चा भी शिक्षित हो जाएगा। देश की सेवा कर सकेगा। बच्चों के आरटीई के तहत निजी स्कूलों में प्रवेश को लेकर जहाँ जीपीए द्वारा निरन्तर सजगता दिखाई जा रही है वही दूसरी तरफ जिला प्रशासन भी बच्चों के आरटीई के प्रवेश स्कूलो में सुनिश्चित कराने के लिए गंभीरता दिखा रहा है गाज़ियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की सजगता और प्रशाशन की सख्ती से निजी स्कूलों में हड़कंप मचा हुआ है आरटीई के प्रवेश को लेकर सबसे पहले दो बार बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा नोटिस जारी किए गए थे लेकिन इन नोटिस को पूर्व की तरह निजी स्कूल प्रबंधको ने हल्के में लिया जिसके परिणामस्वरूप नगर मजिस्ट्रेट की अध्य्क्षता में हुई मीटिंग में 34 स्कूलो को आरटीई के प्रवेश नही लेने पर मान्यता रद्द करने का चेतावनी नोटिस जारी किया गया जिसका असर जिले के केवल 8 स्कूलो पर हुआ अब जिलाधिकारी ने पुनः सख्ती दिखाते हुये 28 स्कूलो को अंतिम नोटिस जारी करते हुये आरटीई के प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए तीन दिन का समय देकर चेतावनी दी है गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी ने कहा कि प्रशासन की सख्ती से जिले के बच्चों को उनका शिक्षा का मौलिक अधिकार मिलने की सम्भवना बढ़ी है हम उम्मीद करते है कि जिले के निजी स्कूल अपनी हठधर्मिता छोड़ जिले के सभी बच्चों के प्रवेश आरटीई के अंतर्गत सुनिश्चित करने की पहल कर प्रशासन को मान्यता रद्द करने का सख्त कदम उठाने के लिए विवश नही करेंगे साथ ही गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के मोदीनगर प्रभारी संजय शर्मा ने कहा की जीपीए के क्रांतिकारी सिपाही तब तक चैन की सांस नही लेंगे जब तक जिले के सभी बच्चों का प्रवेश आरटीई के तहत स्कूलो में सुनिश्चित नही किया जाता है।
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