रंजीत-याचना के बाद अब अगला कौन, जैन समाज मेरठ के कैंट स्थित वेस्ट एंड रोड मंदिर मार्ग स्थित ऋषभ एकाडेमी में अनुमानित बीस करोड़ के गवन मामले में जेल भेजे गए तत्कालीन सचिव रंजीत जैन व प्रधानाचार्या याचना भारद्वाज के बाद जेल जाने की अगली बारी किस की होगी यह सवाल मेरठ सदर के जैन समाज में खूब चर्चा बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर इस मामले में रंजीत के सह आरोपियों के प्रति पुलिस के रवैये को लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। रंजीत जैन की यदि बात की जाए तो पुलिस ने जांच की है, वो ऋषभ के करीब 56 से 60 लाख के गवन तक ही आकर अटक गयी है। जबकि इस मामले में अनुमानित बीस करोड़ के गवन की बात मानी जा रही है। इस गवन की बात करने वाले इसके पीछे ठोस आधार भी बताते हैं। गवन को उजागर करने वाले सीए डा. संजय जैन जिनकी 15 नंवबर 2020 को दी गयी अर्जी पर एसएसपी मेरठ ने जांच कराकर एफआईआर करायी थी और रंजीत जैन व याचना जैन को पुलिस ने जेल भेज दिया। उसी मामले में ऋषभ के स्टाफ के कुछ लोग जिनका सीधा संबंध बच्चों की फीस की रिकबरी से रहा है, ऐसे दो स्टाफ हैं। इनके अलावा रंजीत जैन के कुछ बेहद करीबी व पारिवारीक सदस्यों की जानकारी भी संजय जैन ने दी है। शिकायतकर्ता सीए का आरोप है कि इनके निजी खातों में ऋषभ स्कूल के बच्चों की फीस जमा कराई गयी है। आरोप है कि ऋषभ के बच्चों की फीस की इस रकम को निजी यूज में लाया गया। विदेशों में घूमने से लेकर गाड़ी खरीदने तक इसका यूज किया गया। हालांकि पुलिस ने जब जांच की तो रंजीत व याचना को जेल भेजकर इतिश्री कर ली गयी। अब मांग उठ रही है कि जांच को पूरा किया जाए ताकि बीस करोड़ कहां और कैसे ठिकाने लगाए गए, इससे पर्दा उठ सके। हालांकि अभी यह जांच कई अन्य स्तरों पर भी चल रही है। इसमें एक अन्य एफआईआर भी संभव है।