हरमनी कैसीनो कांड-अभी राहत नहीं,
मेरठ/ होटल हारमीन कैसीनो कांड में अभियुक्त बनाए गए होटल मालिक नवीन अरोड़ा, चिराग तनेजा, अमित चांदना, राजीव , कपड़ा व्यापारी मोहित को अभी स्थायी राहत के लिए 4 नवंबर तक इंतजार करना होगा। उन्हें अभी अंतरिम जमानत के भरोसे ही रहना होगा। सीनियर एडवोकेट अनिल बक्षी ने शुक्रवार को कैसीनो कांड के अभियुक्तों के स्थायी जमानत के लिए आवेदन किया था। दरअसल अभियुक्तों का प्रयास है कि दीपावाली से पहले इस मामले में उन्हें स्थायी जमानत मिल जाए, लेकिन ऐसा हो नही सका। इस मामले की सुनवाई अब 4 नवंबर को होगी। वहीं दूसरी ओर इस मामले के अन्य वांछित अभियुक्तों की ओर से अभी तक कोर्ट में सरेंडर नहीं किया गया है। दरअसल कुल 15 के खिलाफ मुकदमा लिखा गया था, जिनमें से नवीन आरोर समेत आठ को गिरफ्तार हवालात में डाल दिया था। यह बात अलग है कि कोर्ट से उसी दिन अंतरिम जमानत दे दी। बताया गया है कि इस मामले के जो अन्य अभियुक्त बनाए गए हैं उनकी ओर से जमानत के लिए तब तक अर्जी नहीं डाली जाएगी जब तक कि जिन्हें गिरफ्तार किया गया था उन्हें स्थायी जमानत नहीं मिल जाती। वहीं दूसरी ओर इस संबंध में सीनियर एडवोकेट अनिल बक्षी ने बताया कि उन्होंने एक बजे कोर्ट के सामने केस रखा, लेकिन नौचंदी थाने से जो रिपोर्ट आनी थ्ी उसमें काफी देरी हो गयी जिसकी वजह से 4 नवंबर की तरीख लगा दी गयी। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह गिरफ्तारी पूरी तरह से गैरकानूनी है। सुप्रीमकोर्ट बार-बार कह रहा है कि जिस मामले में सात साल से कम की सजा हो, उसमें गिरफ्तारी नहीं की जाए। ऐसे कई मामलों में सुप्रीमकोर्ट कार्रवाई भी कर चुका है।
खंगाली जा रही है फाइलें
होटल हारमनी में अवैध रूप से कैसीनो और डांस बार चलने वाले नवीन आरोरा पर एक ओर तो पुलिस का शिकंजा कसा हुआ है, वहीं दूसरी ओर होटल में अवैध निर्माण व सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर नवीन आरोरा पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं मेरठ विकास प्राधिकरण और तहसील के अधिकारी उसकी तह तक जाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे संबंधित फाइलों को खंगाला जा रहा है। पुरानी फाइलों की धूल झाड़ी जा रही है। प्रशासन, तहसील और मेडा को लेकर जिस प्रकार की बातें सुूनने में आ रही हैं उसके चलते माना जा रहा है कि आने वाले दिन मुश्किलों भरे हो सकते हैं।
कई नए चेहरे चिन्हित
हारमनी कैसीनो कांड को लेकर पुलिस चेहरों की पहचान में जुटी है। अब तक करीब 140 चेहरे पहचान लिए गए हैं। सूत्रों ने यह भी जानकारी दी कि जितने चेहरे अब तक पहचाने गए हैं उनमें से कई चेहरे मेरठ से बाहर के हैं। बताया जाता है कि एक लाख की एंट्री फीस देकर जो पहुंचे थे उनमें बड़ी संख्या मेरठ से बाहर रहने वालों की थी। यह भी पता चला है कि होटल हारमनी पर छापे की सूचना मिलने पर जो सबसे पहले वहां से कूदकर भागे थे उनमें वो लोग जो बाहर से आए थे और आॅन लाइन बुकिंग जिन्होंने की थी। एसपी सिटी ने बताया कि इन सभी को पूछताछ के लिए नोटिस भेज दिए गए हैं। हालांकि एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि जो मुकदमें पहले दिन दर्ज किए गए थे उसके बाद फिलहाल कोई नया मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। अभ्ी मामले की जांच चल रही है। पुलिस ठोस कार्रवाई इस मामले में अमल में लाएगी।