ठेकेदार पर मेहरबान क्योंकि दाग अच्छे हैं, -कुलपति व कुल सचिव से मामले का संज्ञान लेकर ठेका निरस्त करने की मांग-
मेरठ- चौधरी चरणसिंह यूनिर्वसिटी प्रशासन एक बार फिर से कथित रूप से दागदार साबित हो चुके भोजनालय ठेकेदार पर मेहरबान होने को बेताब है। होना तो यह चाहिए था कि भोजनालय को चलाने में घपला सामने आने के बाद उसका ठेका ही निरस्त कर किसी अन्य को सौंप दिया जाना चाहिए था, लेकिन आरोप है कि उक्त ठेकेदार ने अपने ऊंचे रसूकों का इस्तेमाल करते हुए आरोपों व कारगुजारियों की जो फाइल उसके खिलाफ तैयार की गयी थी उसको रद्दी की टोकरी में पहुंचा दिया। लेकिन आरटीआई एक्टिविस्ट व सुप्रीमकोर्ट के अधिवक्ता संदीप पहल सीसीएसयू के कुछ उच्च पदस्थत अफसरों की भोजनालय ठेकेदार पर मेहरबानियों की तमाम कारगुजारियों की जानकारी जब पहुंची तो उन्होंने इस मामले को लेकर सीसीएसयू की कुलपति डा. संगीता शुक्ला व कुलसचिव धीरेन्द्र कुमार को पत्र लिखकर पूरे मामले पर जानकारी तलब करने के साथ ही सीसीएसयू के भोजनालय के इस दागदार ठेकेदार पर कार्रवाई मसलन उसके ठेके की मियाद न बढ़ाए जाने का आग्रह किया। संदीप पहल ने बताया कि तमाम कायदे कानून ताक पर रखकर इस ठेकेदार को भोजनालय चलाने का ठेका दिया गया। जबकि जो आर्हता होनी चाहिए उस पर भी वह खरा नहीं उतर रहा है। सीसीएसयू के कुछ अफसरों ने तमाम कायदे कानूनों को बूटों तले कुचलते हुए नियम विरूद्ध कार्य करते हुए उक्त शख्स को ठेका दिया था। कुलपति व कुलसचिव को प्रेषित पत्र में यह भी कहा गया है कि पहले जो ठेका नियम विरूद्ध दिया उस गलती को सुधारने के बजाए ठेके की मियाद बढ़ाने की तैयारी कर दोबारा गलती पटकथा लिख दी गयी है। कुलपति से कहा गया है कि सीसीएसयू परिसर स्थित तमाम भोजनालयों के ठेके पारदर्शी निविदा प्रक्रिया अपनाते हुए दिए जाएं। संदीप पहल ने यह भी जानकारी दी कि इस मामले में वह अन्य उच्च पदस्थ को भी शीघ्र पत्र भेजेंगे।