कृषि विवि का पशु चिकित्सा शिविर, पशुओं में बाँझपन निवारण के प्रयासों से बढ़ सकती है किसानों की आय: डा० अमित- इफको तथा इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड द्वारा वित्त पोषित परियोजना एवं सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौधोगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ के अनूठे प्रयासों से शनिवार को जनपद हापुड़ के गाँव छपकोली में एक नि:शुल्क पशुचिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। मार्गदर्शन कृषि विवि के कुलपति डा० आर के मित्तल ने किया। अधिष्ठाता डा० विजय सिंह ने कहा कि इच्छुक ग्रामीण इस एम्बुलेंस सेवा से अपने गावों में पशुचिकित्सा शिविर लगवाना चाहते हों वो पशुचिकित्सा महाविद्यालय, मेरठ से सम्पर्क कर सकते हैं। परियोजना प्रभारी डा० अमित वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा आवारा पशुओं की समस्या दूर करने के प्रयास किये जा रहे है पर नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं। इस समस्या का मूल कारण पशुओं में बाँझपन और वर्तमान में पशु चारे की कीमतों में अत्यधिक वृद्धि है। इन पशुचिकित्सा शिविरों के माध्यम से पशुओं में बाँझपन की समस्या दूर करने के लिए विवि कार्यरत है। शिविर में 150 से अधिक पशुओं में विभिन्न प्रकार की पशुओं की बीमारियों जैसे कुपोषण, बाँझपन, गर्भाशय संक्रमण, परीजीवी रोग, ज्वर इत्यादि की जाँच कर नि:शुल्क दवाओं का वितरण भी किया गया। शिविर में सम्मलित अनुसूचित जाति के किसानों के पशुओं की चिकित्सा भारत सरकार के खुरपका मुंहपका केन्द्र, मेरठ तथा अन्य दवाएं जैसे कि खनिज मिश्रण, कीड़ों की दवा, हॉर्मोन, एंटीबायोटिक आदि इफको टोकियो जनरल इनशुरेन्स लिमिटेड द्वारा उपलब्ध करायी गयी। शिविर में डा० अमित वर्मा, डा० अरबिंद सिंह, डा० अजित सिंह, डा० विकास जयसवाल, डा० अफरोज, डा० सत्येन्द्र उपस्थित रहे। शिविर के आयोजन में पशुचिकित्सा अधिकारी डा० के० के० नागर तथा ग्रामीण पशुपालकों ने सक्रिय योगदान दिया। चिकित्सा शिविर को लेकर गांव वालों व किसानों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। इस चिकित्सा शिविर में दी गयी जानकारी से पशु पालक बेहद खुश नजर आए। उनका कहना था कि चिकित्सा शिविर में पशुओं की बीमारियों को लेकर जा जानकारी दी गयी है वह काफी महत्वपूर्ण है। उससे हमारे पशुओं को बहुत लाभ होगा। साथ ही दवाएं भी दी गयी हैं।