विश्व हृदय दिवस पर विशेष
LLRM है तो फिर दिल भी जवां, लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ में हृदय रोग विभाग एवम बाल हृदय रोग विभाग दिन प्रतिदिन नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। विभागाध्यक्ष डॉ धीरज सोनी ने बताता कि अब तक लगभग 30 हजार हृदय रोगी हृदय रोग विभाग की ओ पी डी में देखे गये हैं। बताते चलें कि विभाग में उपलब्ध कैथ लैब में लगभग 2 हजार से अधिक रोगियों की एंजियोग्राफी तथा 700 से अधिक मरीजों की सफल एंजियोप्लास्टी की जा चुकी है। डॉ धीरज ने विश्व हृदय दिवस के अवसर पर यह भी कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने हृदय का ध्यान रखना चाहिए। नियमित व्यायाम, योग करना चाहिये।
मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डॉ वी डी पाण्डेय ने बताया कि मेरठ मेडीकल कालेज का बाल ह्रदय रोग विभाग बच्चों के लिए लगातार वरदान साबित हो रहा है। रुखसार अपने तीन दिन के बच्चे को सांस लेने में तकलीफ और नीलेपन की शिकायत के साथ बेहद गंभीर स्थिति में लाई थी। डॉ मुनेश तोमर ने बच्चे को तुरंत भर्ती कर ईलाज करना शुरू कर दिया। जल्दी से ईको द्वारा दिल की जांच की, जिसमें दिल से फेफड़ों में खून ले जानी वाली नली में खून का थक्का मिला। थक्के को इलाज से ठीक किया गया और बच्चे की हालत में तेजी से सुधार हुआ। इस बीच बच्चे को एक दिन के लिए वेंटीलेटर पर भी रखना पड़ा। अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। माता पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है, दोनों ने डा मुनेश तोमर और उनकी टीम का दिल से शुक्रिया किया। प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने कहा कि हृदय रोग विभाग में चार कार्डियोलोजिस्ट कार्यरत हैं। डॉ धीरज, डॉ मुनेश, डॉ सी बी पाण्डेय, डॉ शशांक। हृदय रोग विभाग में बेहतर सुविधाएं एवम कैथ लैब में अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध हैं हृदय रोग से ग्रसित आम जनमानस हृदय रोग विभाग में सम्पर्क कर स्वास्थ्य लाभ ले सकता है।