LLRM: मेडिकल में बेची जा रही हैं नौकरियां

LLRM: मेडिकल में बेची जा रही हैं नौकरियां
Share

-LLRM: मेडिकल में पैसों से की जा रही संविदा भर्ती –

-बे-खबर है मेडिकल प्रशासन के उच्च पदस्थ या फिर दाल में है कुछ काला

LLRM: मेडिकल में बेची जा रही हैं नौकरियां, लाला लाजपत राय मेडिकल में संविदा भर्ती के नाम पर नौकरी के लिए धक्के खा रहे युवाओं से भारी भरकम रकम ली जा रही है। संविदा भर्ती के नाम पर खुली बोली लग रही है। पैसों से संविदा भर्ती की जा रही है। मेडिकल में पैसे लेकर भर्ती कराने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व की संविदा कंपनी के संचालकों पर भी पैसे लेकर भर्ती नौकरी पर रखने के आरोप लग चुके हैं। एक मामला तो मीडिया में आने के बाद डिग्लिस कंपनी के खुद को स्थानीय मैनेजर कहने वाले शख्स को इस पूरे खेल में आरोप लगाने व पूरे मामले का खुलासा करने वाले युवक की पेमेंट वापस करनी पड़ गई थी। बस गलती यह हो गयी कि यह पेमेंट आन लाइन ट्रांसफर की गयी जिसके साक्ष्य आज भी मौजूद हैं। हालांकि डिग्लिस कंपनी अब नहीं है। इस बार शासन से जीत नाम की कंपनी को संविदा स्टाफ का ठेका दिया गया है। पिछले दिनों कंपनी के अधिकारी भी लखनऊ से मेडिकल पहुंचे थे। उन्होंने प्रधानाचार्य से मुलाकात भी की थी। जिस रोज जीत ने काम संभला था, उस दिन भी काफी गहमा गहमी रही थी। लेकिन अब जीत कंपनी पर भी पैसे लेकर संविदा भर्ती के आरोप लग रहे हैं। इसके ठोस साक्ष्य भी मौजूद हैं। जो साेशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। इस ऑडियो में मेडिकल में मैटर्न अनीत प्रकाश किसी युवक से नौकरी के नाम पर पैसों की बात कर रही हैं। बातचीत का ब्योरा कुछ इस प्रकार है:-

मैटर्न:- वो आया था उसकी प्रिंसिपल व डा. अनामिका से बात हुई होगी। उन्होंने कहा कि मंडे को आइएगा।

युवक-जी-जी

मैटर्न-वो सब करने के बाद ही आगे की बात होगी। ठीक है ना

युवक:- जी-जी

मैटर्न:- ये सब बातें क्लीयर हो जांएगी। ठीक है ना

युवक:-जी-जी

मैटर्न:-परेशान मत हो, पैसा कहीं गया नहीं है

युवक:-नहीं मेडम परेशनी की कोई बात नहीं है, बस काम हो जाता और क्या

मैटर्न-काम भी हो जाएगा, मैं तो फोन करते-करते परेशान हो गई हूं इन्हें। मैं तो यह चाहती हूं कि वो यहां आए और नाम कंप्यूटर पर चढ़ा। दिल्ली के कंप्यूटर पर तो उसने चढ़ा दिया है।

युवक:-अच्छा तो दिल्ली चढ़ गया है नाम

मैटर्न:-हां दिल्ली में चढ़ गया है, वो यहां के कंप्यूटर पर तो चढ़े, क्लीयर करे तभी तो

युवक:-अच्छा-अच्छा, वैसे जीत इसी महीने में आ रही है या अगले महीने में या अभी टाइम लग जाएगा।

मैटर्न:-अभी कुछ नहीं कह सकते, हो सकता है कि वो रिन्युअल ही लेकर आया हो (रिन्युअल कौन लेकर आया हो, क्या यह डिग्लिस के बारे में कहा जा रहा है यह स्पष्ट नहीं)

युवक:-अच्छा-अच्छा

मैटर्न:-वो अपने भी जुगाड़ में लगा हुआ है, इसलिए अभी कुछ कह नहीं सकते, जब तक हमारे हाथों में कागज न आ जाए हमें पता न चले

युवक:-जी-जी ठीक

मैटर्न:-कहने का क्या सभी कह ही रहे हैं, लेकिन जब तक कागजी कार्रवाई न हो तब तक कुछ नहीं

युवक:-ठीक है जी मेडम

यह पूरी ऑडियो क्लीप 3.25 मिनट की है। यह सारी डील स्टाफ नर्स की पोस्ट पर भर्ती को लेकर है।

 

यह कहना है मैटर्न अनीता प्रकाश का

ऋषिपाल नाम के जिस युवक का यह ऑडियो है उसकी नौकरी जुलाई माह में डिग्लिस कंपनी में लग गयी थी। उसने सेलरी भी उठा ली थी। जहां तक पैसे के लेनदेन की बात है तो वो कंपनी वालों ने ही पैसे लिए होंगे। ऋषिपाल से यह कहा कि उसका पैसे कहीं मरने वाला नहीं है। उनका पैसों से कोई सरोकार नहीं। डिग्लिस का टेंडर रिन्यू नहीं हो सका। इस बीच नवंबर में जीत कंपनी आ गयी। उन्होंने जीत कंपनी के लोगों से जरूर ऋषिपाल की बात कही थी कि उसको नौकरी पर रख लिया जाए। जीत कंपनी के लोगों ने हामी भी भर ली है।

::::::::::::::::

दिल्ली में कंप्यूटर में नाम बात हजन ना हुई

ओडियो में जो बातचीत मैटर्न अनीता प्रकाश और युवक ऋषि के बीच हो रही है, उसमें दिल्ली में कंप्यूटर में नाम चढने की बात कही जा रही है। इसको लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं कि दिल्ली में कंप्यूटर पर नाम कौन और क्यों चढ़ाएगा। एक बारंगी लखनऊ या इलाहाबाद जहां की जीत कंपनी है, उसको लेकर यदि यह बात कही जाती तो गले भी उतरती, लेकिन दिल्ली में कंप्यूटर सूची में नाम आने की बात कुछ हजम नहीं हो रही है।


Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *