LLRM medical में एथिकल सेमीनार, LLRM medical में एथिकल सेमिनार का आयोजन प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता की अध्यक्षता में किया गया। उन्होंने चिकित्सकों की कुशलता पर बल दिया। मेडिकल के मीडिया प्रभारी डा. वी डी पाण्डेय ने बताया कि अस्थि रोग विभाग के एस आर डॉ क्षितिज ने एथिकल चैलेन्ज इन एक्सेप्टेंस ऑफ न्यू टेक्नोलॉजी इन ऑर्थोपेडिक्स विषय पर व्याख्यान देते हुए बताया कि हमे मरीज का इलाज करते समय किन किन बातों का विशेष ध्यान रखना है। अस्थि रोग विभाग के जे आर डॉ मयंक केशरवानी ने एथिक्स इन रेसिडेंट ट्रेनिंग इन ऑर्थोपेडिक्स विषय कहा कि स्नातकोत्तर छात्रों की ट्रेनिंग में संकाय गंभीर हो कर प्रशिक्षण दें। अस्थि रोग विभाग के जे आर डॉ निखिलेश ने मेडिकोलिगल आस्पेक्ट्स इन ऑर्थोपेडिक्स विषय पर बताते हुए कहा कि मरीज और डॉक्टरों के बीच समरसता स्थापित रखने के लिए डॉक्टरों को मरीज और उनके तीमारदारों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए। मरीज के जो भी जाँच रिपोर्ट और फाइल तथा सुबूतों को संभाल कर रखना चाहिए ताकि भाविष्य में जब भी जरूरत हो पुलिस या न्यायालय में उसे पेश किया जा सके। अस्थि रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ज्ञानेश्वर टांक ने कहा कि ऑथोपिडिक्स में हर रोग के लगभग दो तरह या दो पद्धतियों से इलाज सम्भव है। किसी भी बीमारी का इलाज करने से पूर्व चिकित्सक को मरीज को पूरी जानकारी देनी चाहिए तथा जीसी विधि से इलाज के लिए मरीज की पॉकेट ( आर्थिक स्थिति) अनुमति दे उस विधि से इलाज कर मरीज को राहत देनी चाहिए। डॉ ललिता चौधरी हेड एथिकल कमेटी ने कहा कि स्नातकोत्तर छात्र कुशल प्रशिक्षण द्वारा दक्ष एवम प्रशिक्षित हो कर मानवता की सदा सेवा करते रहें। इस अवसर डॉ सुभाष सिंह, डॉ ललिता चौधरी, डॉ प्रीति सिन्हा, डॉ विजय जायसवाल, डॉ गौरव गुप्ता, डॉ कृतेश मिश्रा, डॉ मानवेंद्र गौड़, डॉ पंकज राठोर एवंसभी विभागों के विभागाध्यक्ष,अन्य समस्त संकाय सदस्य, नर्सिंग स्टाफ, कर्मचारी गण तथा सभी विभागों के जूनियर रेसीडेंट्स डॉक्टर्स, एम बी बी एस सत्र 2021 के छात्र छात्रायें आदि उपस्थित रहे।