मंडरा रहा है भारी खतरा,
नगरायुक्त कैंप कार्यालय की पानी की टंकी में पर विशाल छत्ता बना है खतरा
मेरठ/ सीसीएसयू कैंपस में रिटायर्ड इंजीनियर धर्मवीर की मौत के बाद आखिरकार अफसरों की नींद टूटी और कैंपस में मधुमक्खियों के छत्तों को हटाने के लिए वन विभाग की मदद से अभियान शुरू किया गया। हालांकि मधुमुक्खियों से खतरे की बात की जाए तो वो काफी बड़ा है। सिविल लाइन क्षेत्र के कमिश्नरी व कलेक्ट्रेट का इलाका मधुमक्खियों के हमले की जद में है। कमिश्नरी चौराहे के समीप नगरायुक्त के कैंप कार्यालय परिसर में बनी पानी की टंकी पर मधुमक्खियों का विशालकाय छत्ता बना हुआ है। इतना ही नहीं स्टेडियम में मार्निंग व इवनिंग वॉक को आने जाने वाले मखुमक्खियों के हमले के खतरे की जद में है। यहां भी विशालकाय छत्ता बना हुआ है। यदि इन दोनों स्थानों के छत्ते टूट गए तो इनमें रह रहीं मधुमक्खियां कितने लोगों का घायल करेंगी या मौत के मुंह में पहुंचा देंगी इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। कमिश्नरी आॅफिस के ठीक सामने वाला छत्ता इतना विशालकायल है कि इसमें रह रही मुधमुक्खियों की संख्या लाखों में हो सकती है। इतनी बड़ी संख्या में जब मधुमक्खियां टूट कर पडेÞगी तो बचने का शायद ही किसी कोई रास्ता मिला।
दरअसल बीते शुकव्रार को सीसीएसयू में मधुमक्खियों के हमले में धर्मवीर की मौत और करीब दो दर्जन के घायल होने की घटना के बाद एकाएक अधिकारियों ने ध्यान इस ओर गया। और कैंपस में जितने भी छत्ते लगे हुए हैं उनको हटाने के लिए अभियान की शुरूआत की गयी। शनिवार को सुबह कैंपस में वन विभाग की एक टीम पहुंची। इस टीम में शामिल कर्मचारियों तथा सीसीएसयू में डयूटी करने वाले होमगार्ड व कैंपस के स्टॉफ ने छत्ते हटाने के लिए धुंआ जलाया और कैमिकल से स्प्रे कराया। इसका साइड इफैक्ट यह हुआ कि शनिवार को भी मधुमक्खियों का झूंड वहां लोगों पर टूट पड़ा। लोगों ने सिक्योरिटी गार्ड के रूम में घुसकर अपनी जान बचायी। लेकिन मधुमक्खियां वहां भी जा घुसीं। कुछ लोगों ने हमले के दौरान खुद को बचाने के लिए अपने ऊपर कंबल व दूसरे कपडे डाल लिए। मधुमक्खियों का झुंड कपड़ा ढकने के बाद भी देर तक वहां से नहीं हटा। मधुमक्खियों के झूंड से बचने के लिए लोग इधर-उधर भागते रहे। घंटों की कवायद के बाद भी अभी पूरी तरह से सीसीएसयू कैंपस को मधुमक्खियों के खतरे से पूरी तरह से मुक्त नहीं किया जा सका है।