MPS में घोटाले का ठीकरा अभिभावकों पर, कैंट के वेस्ट एंड रोड स्थित मेरठ पब्लिक स्कूल यानि एमपीएस में हुए कथित आर्थिक घोटाले का ठीकरा अभिभावकों पर फोड़ा जा रहा है। तमाम ऐसे अभिभावक हैं जो पहले ही एडवांस पूरे साल की फीस जमा कर चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी उनसे दोबारा फीस मांगी जा रही है। फीस न जमा करने पर बच्चे को नाम काट दिए जाने तथा शहर के किसी दूसरे स्कूल में एडमिशन न होने देने जैसी धमकियां दी जा रही हैं। ऐसा ही एक मामला सदर पुलिस स्ट्रीट के पुराने भाजपाई व्यापारी नेता व बाजार के महामंत्री अनुज ऐरन का सामने आया है। उनकी ओर से जारी प्रेस नोट में स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि उनके दो बेटे शोर्य ऐरन व शुभम ऐरन एमपीएस मेन विंग में पढ़ते हैं। बकौल अनुज एमपीएस के एकाउंटेंट के पास उन्होंने अपने दोनों बच्चों की साल भर की फीस एडवांस जमा दी है, लेकिन इसके बाद भी गरिमा नाम की टीचर ने उन्हें काल कर स्कूल बुलाया और कहा कि दोबारा से फीस जमा करानी होगी। उन्होंने जब गरिमा को बताया कि वह फीस जमा करा चुके हैं तथा एमपीएस के एकाउंटेंट के हाथ की दोनों बच्चों की फीस की रसीद उनके पास हैं। इसको लेकर काफी देर तक बहस होती रही। अनुज ने बताया कि बाद में गरिमा ने उन्हें स्कूल के डायरेक्टर विक्रम शास्त्री के पास भेज दिया। अनुज का आरोप है कि उन्होंने विक्रम शास्त्री को पूरा मामला बताया। बकौल अनुज विक्रम शास्त्री का कहना था कि एकाउंटेट स्कूल में घोटाला कर गया है। फीस तो दाेबारा जमा करनी ही होगी। काफी देर तक जब बहस होती रही तो विक्रम ने कहा कि आधे साल की फीस जमा कर दो। इस पर अनुज ने उनके बच्चों की टीसी काट देने को कहा। अनुज का कहना है कि इस पर विक्रम भडक गए और धमकी दी कि न तो टीसी दी जाएगी न ही शहर के किसी स्कूल में एडमिशन होने दिया जाएगा। इस संबंध मे एमपीएस प्रबंधकों से संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन उनका नंबर आउट आफ रेंज जाता रहा, जिसकी वजह से उनका पक्ष नहीं पता चल सका है। यदि एमपीएस प्रबंधक अपना पक्ष देना चाहे तो दे सकते हैं।
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