नेता मैनेज-जनता से ठगी, मेरठ कैंट बोर्ड के लालकुर्ती जामुन मोहल्ला स्थित पानी की टंकी वाले पार्क जहां जल संस्थान भी है, में टावर लगाए जाने का विरोध करने वाली जनता का साथ देने वालों को ठेकेदार को खुश करने के लिए बोर्ड के अफसरों ने मैनेज कर लिया। जामुन मोहल्ला की पब्लिक जिनसे उम्मीद किए बैठी थी कि वो बच्चों के खेलने के पार्क में टावर लगने नहीं देंगे जब पब्लिक को पता चला कि वो तो पहले ही ठेकेदार के इशार पर मैनेज कर लिए गए हैं तो लोगों ने खुद को ठगा हुआ पाया। दरअसल हुआ यह कि मंगलवार की दोपहर को जामुन मोहल्ला पानी की टंकी वाले पार्क में ठेकेदार के कारिंदे तथा कुछ अफसर टावर लगाने को पहुंच गए। उन्होंने वहां काम शुरू कर दिया। टावर चलाने के लिए पार्क के बाहर जैनरेट पहले ही लाकर रख दिया गया है। जब पता चला कि पार्क में टावर को इंस्टाल किए जाने का काम शुरू हो गया है तो बड़ी संख्या में वहां महिलाएं जमा हो गई। लोगों ने उन नेताओं को फोन काल्स करने शुरू किए जो दावा करते थे कि यहां टावर नहीं लगने देंगे। भाजपा के बड़े नेताओं की मार्फत सीईओ कैंट से बात हो गयी है, लेकिन फोन काल्स करने वालों ने बताया कि कोई भी फोन नहीं उठा रहा है। उन्होंने बताया कि बोर्ड के निर्वाचित सदस्य डा. सतीश शर्मा को भी काल किया, लेकिन उनसे भी बात नहीं हुई। भाजपा संगठन के लोगों को भी फोन कर बुलाने का प्रयास किया, जब कोई नहीं पहुंचा तो वहां भरी दोपहरी में धूप में खड़ी महिलाओं का सब्र जवाब दे गया। उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार के हाथों सब बिके हुए हैं। विरोध कर रही महिलाओं ने खूब खरीखोटी सुनाई। जो टावर लगाने पहुंचे उन्हें भी चले जाने काे कहा। लेकिन टावर लगा रहे स्टाफ का कहना था कि अब सब तय हो गया है, इसलिए यहां विरोध मत करो। सब तय होने के बाद ही बोर्ड के अफसरों ने उन्हें यहां टावर लगाने को भेजा है। हालांकि महिलाएं बराबर यही कह रही थी कि नेताओं ने उन्हें धोखा दिया है, कोई भले ही बिक गया हो, लेकिन पब्लिक नहीं बिकी है। यहां टावर नहीं लगने दिया जाएगा। काफी देर तक वहां हंगामा चलता रहा। लोगों ने बताया कि जो टावर जामुन मोहल्ला पार्क में लगाया जा रहा है बोर्ड की बैठक में यह टावर एसजीएम गार्डन व एसएसडी स्कूल के पास लगवाया जाना तय किया गया है, लेकिन न जाने क्या कारण है और किसको लाभ पहुंचाने के लिए यह टावर बच्चों के खेलने के इस पार्क में लगवाया जा रहा है। इसके आलावा टावर को संचालित करने के लिए जो हैवी जैनरेट सेट लगाया गया है वहा भी पार्क के आसपास रहने वालों के लिए मुसीबत साबित होगा।