निगम ठेकेदार विधायक-अफसर पर भारी

निगम ठेकेदार विधायक-अफसरों पर भारी
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निगम ठेकेदार विधायक-अफसर पर भारी, मैंसर्स एसआर कंस्ट्रक्शन नगर निगम मेरठ के अफसरों और भाजपा के विधायक पर भारी पड़ रहा है। हालांकि निगम अफसरों की मानें तो दो नोटिसों के बाद भी यदि ठेकेदार की नींद नहीं टूटी तो उसे ब्लेक लिस्टेड किया जाएगा। हैरानी तो यह है किनगरायुक्त के एक करोड़ के काम को ठेकेदार गंभीरता से लेने को तैयार नहीं। निगम के वार्ड 7 में एकता नगर मार्ग (जीटी रोड पुल से लावड रोड) पैदल चलने लायक भी नहीं रह गया है। अब तक दर्जन भर से ज्यादा यहां गंभीर जख्मी हो चुके हैं। यहां की समस्या को देखते हुए पार्षद महेन्द्र भारती ने निगम से एक करोड़ की रकम जनवरी माह में स्वीकृत करायी थी। वर्क आर्डर भी  मिल गया है। दरअसल क्षेत्र के लोगों ने तत्कालीन कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल से इसको लेकर आग्रह किया था। महेन्द्र भारती के न्यौते पर सत्यप्रकाश अग्रवाल यहां आए थे। उन्होंने नगरायुक्त से बात की थी। क्षेत्र के लोगों ने पूर्व विधायक से भी ठेकेदार की हथधर्मिता की शिकायत की थी। लोगों ने इसको लेकर भाजपा के पल्लवपुरम मंडल अध्यक्ष दिनेश शर्मा से ठेकेदार की शिकायत की। जब इस संवाददाता ने दिनेश शर्मा से पूरे मामले की जानकारी ली तो उन्होंने माना की समस्या गंभीर है। उन्होंने बताया कि शनिवार को इस संबंध में वह मंडलायुक्त व नगरायुक्त से मिलेंगे। उन्हें यहां के हालात की जानकारी दी जाएगी। क्षेत्र की जनता बेहद परेशान है। वहीं दूसरी ओर एकता नगर में रहने वालों का कहना है कि इस रास्ते का निर्माण कराने का वादा भाजपा के वोट मांगने आने वाले नेताओं ने किया था। उनके वादे पर भरोसा कर सभी ने एकजुट होकर भाजपा के पक्ष में मतदान किया था। यदि भाजपा के नेता एक सड़क का निर्माण तक नहीं करा सकते तो वो और क्या कराएंगे। उन्होंने बताया कि यह रोड पास हो चुकी है, उसके बाद भी भाजपा के नेताओं की ठेकेदार के आगे एक नहीं चल रही। ऐसा लगता है अब सीएम योगी ही कुछ करा सकते हैं। उन्हीं से फरियाद की जाएगी।

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