नो टेंशन! अब चलने दो पता, महिलाओं के लिए पीरियड एक प्राकृतिक और बेहद सामान्य प्रक्रिया हैं। लेकिन आज भी लड़कियां इस बारे में बात करते हुए अक्सर झिझकती हैं। उन्हें पीरियड के प्रति जागरूक करने के लिए मेरठ में सामाजिक संस्थान सच्ची सहेली और एसबीआई फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में पीरियड फेस्ट का आयोजन किया गया। तेजगढ़ी चौराहे से चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय तक पीरियड फेस्ट के अंतर्गत पैड यात्रा का शुभारंभ हुआ। जिसमें 25 से अधिक विद्यालयों की लगभग 1400 से ज्यादा छात्राएं शामिल रही। उन्होंने पीरियड के प्रति जागरूक करते हुए “हम बोलेंगे मुंह खोलेंगे, तभी जमाना बदलेगा” नारे के साथ अपनी आवाज बुलंद की। यात्रा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की सुभाष चंद्र बोस सभागार में पहुंची।एसडीएम सरधना जागृति अवस्थी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि पीरियड एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। इस पर हमें खुलकर बात करनी चाहिए। एक स्वस्थ शरीर की पहचान है। सच्ची सहेली संस्था की अध्यक्ष व संस्थापक डॉ सुरभि सिंह ने कहानियों के माध्यम से पीरियड से जुड़ी भ्रांतियों पर जमकर प्रहार किया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समझाया।वहीं एसबीआई फाउंडेशन के एमडी संजय प्रकाश ने कहा कि मासिक धर्म में कोई शर्म की बात नहीं है। यही संदेश सभी तक पहुंचाने के लिए यह आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अस्मिता थिएटर ग्रुप नई दिल्ली के कलाकारों ने पीरियड से जुड़ी समस्याएं और समाज की सोच को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समझाया।