पशुओं को संतुलित आहार जरूरी, -पशुओं में बांझपन की बीमारी बढ़ा रही है किसानों की चिंता- पशु चिकित्सा विशेषज्ञों का माना है कि गायों व् पशुओं में लगातार बांझपन की समस्या लगातार बढ़ रही है। प्रत्येक शनिवार को लगाए जाने वाले शिविर में यही बात पशु पालकों को समझायी जाती है।कृषि विवि के पशुचिकित्सा महाविद्यालय के डा० अमित वर्मा का कहना है कि इस समस्या के कारण किसान अपने दुधारू पशुओं को बेचने के लिए मजबूर हैं या फिर इन्हें सड़कों पर छोड़ रहे हैं। ज्यादातर पशुपालक अच्छी नस्ल के महंगे पशु खरीद तो लेते हैं, परन्तु संतुलित आहार नहीं दे पाते है। इसी से पशु एक-दो बार गाभिन होने के बाद बाद बांझपन से ग्रस्त हो जाते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए ही शनिवार को कृषि विवि द्वारा जिला मेरठ के ग्राम किशोरपुर में इफको परियोजनान्तर्गत एक विशेष पशुचिकित्सा शिविर लगाया गया जिसमें पशुपालकों के पशुओं का परीक्षण अल्ट्रासाउंड मशीन द्वारा करके समुचित दवाओं का वितरण किया गया । यह शिविर कृषि विवि के कुलपति डा आर के मित्तल के मार्गदर्शन में लगाया गया। अधिष्ठाता डा. विजय सिंह ने बताया कि इस प्रकार के शिविर सप्ताह में प्रत्येक शनिवार को पशुपालक के द्वार पर जाकर पशुचिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा शिविर लगाया जाता है। इफको परियोजना द्वारा वित्त पोषित एम्बुलेंस सूदूर ग्रामीण क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सा को पशु पालकों तक पहुंचाने में कारगर सिद्ध हो रही है। परियोजना के प्रभारी डा० अमित वर्मा ने बताया कि इस पशु चिकित्सा शिविर में कुल 165 पशुओं का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवाओं का वितरण इफको टोकियो जनरल इन्शुरन्स लिमिटेड से प्रायोजित रहा। शिविर में पशुचिकित्सा महाविद्यालय के डा० अमित कुमार, डा० अमित वर्मा, डा० अरबिंद सिंह, डा० अजीत कुमार सिंह तथा डा० आशुतोष त्रिपाठी, डा० अफरोज आदि ने पशुओं की जाँच कर मिनरल मिक्सचर, कृमिनाशक एवं अन्य दवाओं का वितरण किया गया। इस शिविर के आयोजन में पशुपालन विभाग के पशुचिकित्साधिकारी डा० राकेश कुमार एवं ग्रामीणों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा ।