पावर अफसर का बडे अफसर पर खुलासा, मेरठ / पीवीवीएनएल एमडी पर महकमे के एक एक्शिन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों को लेकर मेरठ से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मचा हुआ है। मामला सीएम योगी तक पहुंच गया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मोर्य ने प्रमुख सचिव ऊर्जा को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आरोप लगाने वाले एक्शियन संगत लाल यादव की ओर से सीएम को लिखा गया पत्र पीवीवीएनएल ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के सभी डिस्कॉम के सीनियर अफसरों के ग्रुप में तेजी से वायरल हो रहा है। एक्शियन संगत लाल यादव का ग्रुपों में वायरल हो रहा यह पत्र 14 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा गया है। सीएम को संबोधित पत्र में संगत लाल यादव ने कहा है कि अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मण्डल विक्टोरिया पार्क मेरठ, वेद प्रकाश कौशल द्वारा 41 करोड़ टैंडर ठेकेदारों को किया है। जिसमें प्रत्येक ठेकेदार से छह प्रतिशत लेकर जो ढ़ाई करोड़ होता है तत्कालीन निदेशक कार्मिक प्रबंधन एवं प्रशासन के माध्यम से प्रबंधक निदेशक को एक करोड़ प्रदान कर प्रार्थी को मुख्य अभियंता विद्युत मुरादाबाद के साथ संबद्ध कर दिया है। संगल यादव पत्र में कह रहे हैं कि उन्होंने अपने तवादले का आग्रह किया था, लेकिन उनसे कहा गया कि जहां तवादला किया गया है, वहीं पर रहना होगा। 14 अगस्त को लिखे गए इस पत्र के साथ ही प्रदेश के सीनियर पावर अफसरों के ग्रुप में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मोर्य को भी पत्र वायरल हो रहा है। इस पत्र में संगल यादव के पत्र का उल्लेख करते हुए प्रमुख सचिव ऊर्जा को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
वर्जन
अकारण ही मुझे मुरादाबाद अटैच किया है। जो आरोप हैं उसको लेकर सीएम को अवगत कराया गया है। साथ ही मेरा प्रयास प्रयागराज ट्रांसफर लेने का है। संगल यादव अधीक्षण अभियंता
बंद जा रहा था एमडी पावर का सीयूजी नंबर
एक्शियन संगल के सीएम योगी को लिखे गए पत्र को लेकर पीवीवीएनएल एमडी से जब उनका पक्ष जानने के लिए सीयूनी नंबर ट्राई किया तो वह हर बार बंद जाता रहा। जिसकी वजह से उनका वर्जन नहीं दिया जा सका है। एमडी यदि कोई वर्जन देंगी तो उसको भी प्रमुखता से स्थान दिया जाएगा।