रैपिड रेल: यात्री कृपा ध्यान दें-एक्सीलेटर्स से एंट्री

रैपिड रेल: यात्री कृपा ध्यान दें-एक्सीलेटर्स से एंट्री
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रैपिड रेल: यात्री कृपा ध्यान दें-एक्सीलेटर्स से एंट्री, मेरठ मेट्रो के अंडरग्राउंड स्टेशन में यात्रियों को एस्कलेटर्स यानि बिजली से चलने वाली स्वचालित सीढ़ियों की सुविधा भी मिलेगी। यह जानकारी रैपिड की राष्ट्रीय प्रवक्ता व सीनियर आफिसर अपर्णा दलकोठी ने दी। उन्होंने बताया कि  NCRTC की तरफ से अंडरग्राउंड स्टेशन में एस्कलेटर इंस्टालेशन का काम चालू हो चुका है। शुरूआत भैंसाली के स्टेशन से हुई है। यहां यात्रियों को एस्कलेटर्स एंट्री, एग्जिट प्वाइंट पर मिलेंगे। आसानी से पैसेंजर आ, जा सकेंगे। स्टेशन में कुल 8 एस्कलेटर्स लगाए जाएंगे, जिनमें से 2 इंस्टाल किए जा चुके हैं। भैंसाली के अलावा बेगमपुल, मेरठ सेंट्रल स्टेशन पर भी एस्कलेटर लगाए जाएंगे। महाराष्ट्र पुणे की कंपनी शिंडलर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ये एस्कलेटर्स बना रही है।

एस्कलेटर के साइड के पैनल और स्टेप (सीढ़ी) के बीच में साड़ी जैसे ढीले कपड़ों के उलझने की संभावना को कम करने के लिए स्कर्ट गार्ड का प्रयोग।
एस्कलेटर पर यात्रा करते समय यात्रियों की उंगलियों की सुरक्षा के लिए एस्कलेटर के हैंडरेल पर फिंगर गार्ड लगा होगा।
. एस्कलेटर के असामान्य संचालन पर यात्रियों को एस्कलेटर से गिरने से बचाने के लिए कई स्वचालित सुरक्षा उपकरण होंगे, जिनमें एंटी-रिवर्सल डिवाइस, ड्राइव चेन ब्रोकन डिवाइस, हैंडरेल ब्रोकन डिवाइस, एस्कलेटर ओवर स्पीड डिवाइस, स्टेप सैग / स्टेप ब्रोकन डिवाइस, स्टेप अप-थ्रस्ट डिवाइस, स्टेप मिसिंग डिवाइस, हैंडरेल मॉनिटरिंग डिवाइस आदि।
. एस्कलेटर पर मजबूत पकड़ के लिए “V” प्रकार के हैंडरेल होंगे।
.प्रत्येक एस्कलेटर पर आसानी से बोर्डिंग और डीबोर्डिंग करने के लिए पीली लाइन और पीली लाइट के साथ चार समतल स्टेप होंगे।
. स्टेशन के अंदर पेड एरिया में लगाए गए एस्कलेटर के साइड में शीशे लगे होंगे, जबकि नॉन पेड एरिया में यह स्टेनलेस स्टील का होगा।
. एस्कलेटर पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए एस्कलेटर के ऊपर और नीचे अतिरिक्त इमर्जेंसी स्टॉप स्विच होंगे, जिन्हें ज़रूरत पड़ने पर प्रयोग करके एस्कलेटर को रोका जा सकेगा।

75 मीटर एरिया में होगा प्लेटफार्म

260 मीटर लंबे भैंसाली मेट्रो स्टेशन पर प्लेटफार्म की लंबाई 75 मीटर है। स्टेशन का बाकी हिस्सा प्लेटफार्म एरिया ऑपरेशंस में यूज होगा। स्टेशन के दोनों ओर समानान्तर टनल हैं। भैंसाली मेट्रो स्टेशन में मेट्रो ट्रैक के साथ ही आरआरटीएस ट्रेनों के लिए भी निर्धारित अप एंड डाउन ट्रैक बनाए जाएंगे। टनल और प्लेटफॉर्म के बीच मेट्रो और आरआरटीएस ट्रेनों के परिचालन हेतु क्रॉस ओवर बनाए जाएंगे। भैंसाली मेट्रो स्टेशन की चौड़ाई लगभग 30 मीटर और गहराई करीब 17 मीटर है।

सब-वे के जरिए होगा कनेक्टइस स्टेशन में कॉनकोर्स लेवल से प्लेटफॉर्म लेवल तक जाने के लिए 2 (अप-डाउन) एस्कलेटर, ग्राउंड से कॉनकोर्स लेवल पर जाने के लिए 4 एस्कलेटर्स (2 एस्कलेटर्स यूपीएसआरटीसी बस अड्डा प्रवेश-निकास द्वार और 2 एस्कलेटर्स तहसील की ओर वाले प्रवेश-निकास द्वार से सीधे कॉनकोर्स लेवल पर कनेक्ट होंगे), इसके अलावा 2 एस्कलेटर्स शहीद स्मारक की ओर बनाए जा रहे प्रवेश-निकास द्वार पर लगाये जाएंगे, यह द्वार भूमिगत पैदल-पार पथ (subway) के जरिए स्टेशन से कनेक्ट होगा। स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल की स्लैब और प्लेटफॉर्म लेवल की स्लैब कास्टिंग पूरी हो गई है।

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