पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर की सेल,
एसटीएफ व साइबर सेल समेत कई जांच ऐजेन्सियां सक्रिय
मेरठ/ पुलिस भर्ती परीक्षा शुरू होने से चंद घंटे पहले सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र की ओपल सेल लगा दी गयी है। सोशल मीडिया के टेलीग्राम समेत कई प्लेटफार्म पर अभ्यार्थियों से बताया जा रहा है कि उनके पास पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र मौजूद है। यदि किसी को चाहिए तो टेलीग्राम पर संपर्क कर सकता है। गुरूवार को सोशल मीडिया पर जब इस प्रकार की चीजें वायरल हुई तो पुलिस के आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर आउट होने के दावे की जांच करायी गयी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस दावे में कहा गया है कि 23 अगस्त को परीक्षा शुरू होने से कुछ देर पहले पर्चा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए अभ्यर्थियों से 5-10 हजार रुपए मांगे गए हैं। सूत्रों ने जानकारी दी है कि एसटीएफ की टीम ने अपने स्तर पर इस मामले की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि सोशल मीडिया पर इस प्रकार की सनसनी सामने आने के तत्काल बाद डेमेज कंट्रोल के लिए लखनऊ से पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने इस मामले में एसटीएफ को सतर्क कर दिया है। साथ ही अभ्यर्थियों से अपील की है कि इस तरह के झांसे में न आएं।
टेलीग्राम पर भेजा गया पेपर आउट का मैसेज
दरअसल, सोशल मीडिया चैनल टेलीग्राम पर यूपी पुलिस 2024 री-एग्जाम पेपर के नाम से एक ग्रुप बना हुआ है। इस ग्रुप में पहला मैसेज 12 अगस्त को आया है, जिसमें लिखा था, टेंशन लेने की जरूरत नहीं है, पेपर मैं आप लोगों को दूंगा, चाहे जैसे दूं, बस आप अपना प्रवेश पत्र तैयार रखें। पहले आपसे आपके प्रवेश पत्र की कॉपी ली जाएगी, उसके बाद ही आप लोगों को आप के बैच के हिसाब से पेपर का पीडीएफ मिलेगा।
ग्रुप में भेजे गए इस मैसेज के बाद कई अभ्यर्थियों ने इस ग्रुप पर संदेश भेजे हैं, जिनसे रुपये की मांग करते हुए एक लिंक भेजकर प्रवेश पत्र डाउनलोड करने को कहा गया है। अचानक इस ग्रुप को डिलीट कर दिया गया और फिर ऐसा ही एक दूसरा ग्रुप टेलीग्राम पर दिखने लगा। नए ग्रुप में लिखा गया कि कुछ लोगों की वजह से पुराना चैनल डिलीट करना पड़ा है, अब इस पर पेपर मिलेगा।
नकल माफिया या साइबर ठग
टेलीग्राम व ऐसे ही दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर 23 अगस्त की पुलिस भर्ती प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र को लेकर जो कुछ वायरल हो रहा है उसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि इस सबके पीछे नकल माफिया हैं या फिर साइबर ठग। पुलिस के आला अधिकारियों का मानना है कि नकल माफियाओं के काम करने का तरीका पूरी तरह से अलग होता है। सोशल मीडिया पर इस प्रकार से ओपन सेल नहीं लगायी जाती। आमतौर पर नकल माफिया वन टू वन संपर्ककरते हैं। आशंका जतायी जा रही है कि इस सब के पीछे साइबर ठग हैं।
वर्जन
पुलिस भर्ती की परीक्षा दे रहे अभ्यार्थी किसी प्रकार के झांसे में ना आएं। प्रश्न पत्र कडेÞ सुरक्षा इंतजामों में हैं। सोशल मीडिया पर जो वायरल हो रहा है वह किसी की शैतानी है। डीके ठाकुर-एडीजी
सूचना दें, पकड़वाने में मदद करें
यदि कोई पुलिस भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र मुहैय्या कराने का दावा करता है तो ऐसे शख्स की सूचना पुलिस को दें। ऐसे शातिरों को पकड़वाने में मदद करें। पहचान गुप्त रखी जाएगी। डा. विपिन ताडा
कोरी अफवाह और कुछ नहीं
उत्तरप्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया पर पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। लखनऊ में एक एफआईआर दर्ज करा दी गयी है। टेलीग्राम चैनल पर इस तरह के मैसेज प्रसारित करने वालों पर हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है, एफआईआर भर्ती बोर्ड के इंस्पेक्टर ने दर्ज कराई है। साइबर सेल की टीम के अलावा एसटीएफ को भी धरपकड़ में लगाया गया है। भर्ती बोर्ड मीडिया सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार की तहरीर पर जो केस दर्ज कराया गया है। उसमें बताया गया है कि कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की अफवाह फैला रहे हैं। अभ्यर्थियों को धोखा देकर उनसे ठगी की कोशिश कर रहे हैं। इसमें टेलीग्राम पर चल रहे चैनल पर फर्जी प्रश्नों को वायरल कर क्यूआर कोर्ड भेजकर रुपयों की मांग की जा रही है, इसके अलावा भी कई टेलीग्राम एकाउंट से भी यही फजीर्वाड़ा किया जा रहा है। इसमें तमाम अलग-अलग नाम की यूपीआई के क्यूआर कोड भेजे गए हैं, इन सभी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, पुलिस ने मामले को बेहद गंभीरता से लिया है, इसलिए कई टीमें तफ्तीश में लगाई गई हैं।