शिकंजा ए सीबीआई-वीके त्यागी दोबारा तलब, मेरठ। कैंट बोर्ड के भर्ती घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने बोर्ड के सेनेट्री सेक्शन हेड को दोबारा तलब कर लिया है। सेक्शन हेड वीके त्यागी सीबीआई के न्यौते पर वह दोबारा गाजियाबाद स्थित सीबीआई के दफ्तर पहुंचे। इससे पहले भी बोर्ड के कार्यालय अधीक्षक जयपाल तोमर के साथ उन्हें तलब किया जा चुका है, लेकिन इस बार अकेले ही तलब किया गया। दोबारा तलब किए जाने की खबर बाहर आने के बाद कैंट बोर्ड के स्टाफ में सीबीआई के स्तर से भर्ती घोटाले के तमाम किरदारों पर शिकंजा या कहें उन्हें बुक किए जाने की अटकलें स्टाफ लगा रहा है। वहीं दूसरी ओर गुरूवार को कैँट बोर्ड के स्टाफ में भर्ती घोटाले की जांच कर रही सीबीआई के अफसरों द्वारा कैंट बोर्ड कर्मचारी यूनियन के महामंत्री नवीन चंद पंत, अध्यक्ष भारत सिंह आजाद व पूर्व महामंत्री राजू पेंटर को भी न्यौता भेजे जाने की चर्चा गरम रही। हालांकि अधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी। उल्लेखनीय है कि कैंट बोर्ड के भर्ती किरदारों में शामिल बताए जा रहे उक्त तीनों के खिलाफ पूर्व कैंट बोर्ड के एक लेबर ठेकेदार ने भी प़ैसे व शराब मांगने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। बोर्ड के स्टाफ में तो यहां तक चर्चा है कि न्यौता मिलने के बाद नवीन पंत सीबीआई के हजूर में सलाम ठोक आए हैं, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है। बगैर पुष्टि के किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। इस बीच सबसे चौंकाने वाली जो बात सुनने में आयी है वो यह कि भर्ती घोटाले की जांच कर रहे सीबीआई के अफसरों ने अपनी जांच का आधार डायरेक्टर मध्यम कमान डीएन यादव की रिपोर्ट का भी बनाने का मन बना लिया है। यह खबर बोर्ड के इंजीनियरिंग सेक्शन के लिए बुरी हो सकती है, साथ ही यह भी सुनने में आ रहा है कि बोर्ड का बिल्डिंग सेक्शन भी रडार पर है। बिल्डिंग सैक्शन के स्टाफ के लिएजांच ऐजेन्सी के स्तर से कोई बुरी खबर की आशंका जताए जाने के साथ आहट भी सुनाई देने लगी है। लेकिन अधिकृत रूप से इसकी कोई पुष्टि नहीं कर सका है। लेकिन बोर्ड के इंजीनियरिंग सैक्शन के लिए यह बुरी खबर हो सकती है कि जांच कर रही ऐजेन्सी कार्रवाई का दायरा बढ़ाते हुए डायरेक्टर मध्य कमान की रिपोर्ट को भ्रष्टाचार के किरदारों पर शिकंजा कसने के लिए आधार बना सकती है। साथ ही यह भी कि शिकायतों की जांच के लिए पिछले दिनों मेरठ कैंट बोर्ड में आए डायरेक्टर मध्य कमान के दौरे के बाद भी 22बी सरीखे तमाम जितने भी घटनाक्रम हुए हैं, उन सभी का संज्ञान लिया गया है। सीबीआई की कार्रवाई का खौफ भर्ती घोटाले समेत अवैध निर्माण समेत भ्रष्टाचार के बाकि मामलों से जुड़े किरदारों पर साफ नजर आ रहा है। शायद यही कारण है जो कैंट बोर्ड में आने के बाद इन मुख्य किरदारों में गायब होने की जल्दी रहती है। जिसकी गवाही कैंट बोर्ड में इन दिनों पसरा सन्नाटा भी दे रहा है। बोर्ड के जिन अफसरों पर पूरे स्टाफ से डयूटी लेने की जिम्मेदारी है, उनमें से कुछ अफसर इन दिनों सीबीआई के खौफ के चलते खुद डयूटी से भागते नजर आ रहे हैं। इसकी निहितार्थ का आसानी से अंदाजा भी लगाया सकता है। दरअसल खौफ बड़ी चीज है वाली कहावत तमाम किरदारों पर लागू हो रही है।