SOG Good job- दो लाखिया शिकंजे में

SOG Good job- दो लाखिया शिकंजे में
Share

SOG Good job- दो लाखिया शिकंजे में, फलावदा पुलिस व एसओजी ने बड़ा कारनामा अंजाम दिया है। दो लाख का इनामी गोस्तकर पुलिस के शिकंजे में आ गया है। इस शानदार आपरेशन को अंजाम देने वाली पुलिस टीम को एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने नकद पुरस्कार राशि दी है। एक सूचना पर थाना फलावदा पुलिस व एसओजी टीम द्वारा  बीते 11 अप्रैल को बाबू खां पुत्र हुसैन निवासी मौहल्ला बंजारान कस्बा फलावदा व रनजीत पुत्र छप्पी निवासी मलियान खुर्द तलवंडी सलमे थाना नकोदर जिला जालंधर को 12 टायरा व गोवंशीय पशु काटने के औजार समेत गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कार्रवाई के दौरानप अकबर बंजार, सलमान बंजारा, सलीम बंजारा पुत्रगण पीरू बंजारा निवासी बंजारान फलावादा व इकबाल पुत्र हाजी सईद निवासी संभलहेडा थाना जानसठ मुजफ्फरनगर मौके से फरार हो गए थे। इनके खिलाफ उचित धाराओं में लिखा पढ़ी की गयी थी।

12 अप्रैल को  अकबर बंजारा, सलमान बंजारा, समीम बंजारा पुत्रगण पीरू बंजारा, निवासीगण मौहल्ला बंजारान कस्बा व थाना फलावदा मेरठ व एसओजी टीम मेरठ को मुखबीर की सूचना पर जेल चुंगी, थाना मेडिकल क्षेत्र के पास से तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था। अभियुक्तगणों को थाना हाजा पर ले जाकर विस्तृत पूछताछ की गयी तो चौंकाने वाली जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित गोवंश को ट्रकों में लादकर असम के रास्ते बंगलादेश भिजवाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अपने राज्य से दूर फलावदा में उन्होंने अपना ठिकाना बनाया हुआ था। उन्होंने यह भी बताया कि असम पुलिस उनके पीछे पड़ी है। उनके खिलाफ तमाम थानों में मुकदमे दर्ज हैं। अब तक करोड़ों का लेनदेन कर चुके हैं। उनके गिरोह काे  एक सिंडीकेट रवि रेडडी का चलता है तथा दूसरा मेरा(अकबर) चलता है व एक हमारा साथी जियाउलहक खान निवासी हाऊली बरपटा, असम भी है। गोवशीय पशुओ को हमारे द्वारा भारत के अलग अलग राज्यो से तस्करी कर मेघालय के रास्ते बांग्लादेश भेज दिया जाता है तथा कुछ गोवंशीय पशुओ को असम, मेघालय, मिजोरम आदि राज्यो में कटान के लिये दे दिये जाते है, जिससे हमारे द्वारा काफी अच्छा लाभ कमा लिया जाता है। हमारे द्वारा कई लग्जरी गाडियां व सम्पत्ति अर्जित की गयी है तथा अकबर कस्बा फलावदा का पूर्व सभासद भी रहा है।

@Back Home


Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *