स्टांप घोटाला प्रकरण-एसएसपी से वार्ता,
मेरठ व्यापार मंडल के जीतू नागपाल और महानगर अध्यक्ष शैंकी वर्मा के नेतृत्व में पीड़ित व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल एसएसपी मेरठ से मिला। करीब डेढ़ घंटा चली वार्ता। पीड़ित संजीव अग्रवाल ने बताया कि 22 मई को एक मुकदमा प्रशासन द्वारा 997 पीड़ितों के विरुद्ध दर्ज कराया गया, उसके बाद 25 में को भी विशाल वर्मा की शिकायत की गई लेकिन 10 जून को पीड़ितों को पता चला कि थाना सिविल लाइन में लूट का आरोपी विशाल वर्मा को क्लीन चिट दे दे उसके बाद 18 जुलाई को फिर उसकी शिकायत तमाम अधिकारियों से की गई लेकिन किसी की कान पर कोई जु नहीं रेंगी। और विशाल वर्मा धड़ल्ले से खुलेआम अपना लूट का व्यापार चलाता रहा।पीड़ित मनीष कपूर ने बताया कि विशाल वर्मा ने उन्हें एक एफिडेविट भी दिया है जिसमें उनके पैसे वापस देने की बात कही है। पीड़ित अर्पित मोगा ने कहा कि आरोपी विशाल वर्मा के कार्यालय पर रोज बड़ी-बड़ी महफिले सजती थी। रजिस्ट्रार कार्यालय के कई कर्मचारी और अधिकारी पहुंचते थे। पीड़ित व्यापारियों ने रजिस्टर कार्यालय में बैठे कई लोगों के नाम बताएं। महानगर अध्यक्ष शैंकी वर्मा ने कहा की यदि इस पूरे प्रकरण की पूछताछ रजिस्ट्रार ऑफिस में बैठे अधिकारी और कर्मचारियों से हो जाए तो इस पूरे गिरोह के पत्ते खुल जाएंगे। रण सिंह के द्वारा रिश्वत लेने का मुद्दा भी पीड़ित व्यापारियों ने उठाया जिस पर कप्तान साहब ने कहा कि कोई बक्सा नहीं जाएगा।डेढ़ घंटे चली वार्ता में एसएसपी विपिन टाडा जी ने पीड़ितों से पूरा प्रकरण समझा और सभी को आश्वस्त किया कि किसी भी व्यापारी के साथ कोई अन्याय नहीं होगा एक-एक दोषी इस पूरे प्रकरण में जेल जाएगा तत्काल उन्होंने अपने अधीनस्थों को फोन कर पीड़ित व्यापारियों से मीटिंग करने को कहा, उन्होंने कहा 3 दिन में उनके द्वारा बनाई गई टीम अपनी रिपोर्ट सौंप दें तत्काल मुकदमा दर्ज हो जाएगा और विशाल वर्मा की गिरफ्तारी के लिए 3 घंटे में लगाई हुई है जल्द उसे दबोच करने वाले में पेश कर देंगे। सभी की तहरीर को उन्होंने एक ही मुकदमे में समायोजित करने की बात भी कही।