सन राइज में हुआ नन्हे बच्चों का शानदार प्रदर्शन, सनराइज में बच्चों का शानदार प्रदर्शन, ग्रीष्म अवकाश केवल छुट्टियों के होमवर्क और खेलने के लिए ही नहीं है, बल्कि ये लेकर आता है बच्चों को नई चीजें चीजें सीखने और उनकी बौद्धिक क्षमता के समग्र विकास के समय के रूप में। इसी कड़ी में सनराइज ग्रीन्स सोसाइटी, इंदिरापुरम गाजियाबाद लगातार इस प्रकार से बच्चों के लिए समय समय पर कल्चरल और अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन करती रहती है जिस से उनके बाल्य मन का विकास हो और उनका समय डिजिटल से ज़्यादा कुछ कांस्ट्रेक्टिव और भारतीय परिवेश से चीजों में व्यतीत हो। इसी लिये इन दिनों चल रहे ग्रीष्म क़ालीन अवकाश के दौरान सोसायटी के बच्चों के लिए सोसाइटी के फर्स्ट स्टेप्स प्ले स्कूल और सनराइज ग्रीन्स एओएए के सहयोग से एक अद्भुत कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार के दिन सोसायटी क्लब हाउस में किया गया। इस भव्य कार्यक्रम में ग्रुप डांस और स्किट में सोसायटी के बच्चों ने भागीदारी की जिसका सभी रेज़ीडेंट्स ने भरपूर आनंद उठाया। फर्स्ट स्टेप समर कैंपर्स और सोसायटी के सो के लगभग बच्चों द्वारा प्रस्तुत इस कार्यक्रम के लिए बच्चों ने अपने ग्रीष्म अवकाश के दौरान डांस और स्किट तैयार किया और कई दिनों तक अपने अपने खाली समय का सदुपयोग करते हुए रिहर्सल किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण फर्स्ट स्टेप समर कैंपर्स द्वारा लुभावनी स्किट ‘ये दुनिया रंगीन’ थी। यह कार्यक्रम बहुत ही शानदार था और सभी बच्चों ने बहुत आनंद लिया और यह आयोजन बच्चों के विकास के रास्ते में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में अपनी पहचान छोड़ गया है। कार्यक्रम का आयोजन सनराइज ग्रीन्स वेलफ़ेयर एसोसियेशन और फर्स्ट स्टेप्स प्ले स्कूल द्वारा किया गया था। फर्स्ट स्टेप्स प्ले स्कूल की तरफ़ से श्रीमती तृप्ति हिसारिया के साथ साथ प्रशांत सैनी, ईशा सैनी, जया शिवनानी, शालू कत्याल। राशि रस्तोगी, मिशाली एवं मुग्धा हिसारिया ने इस आयोजन में सहयोग दिया साथ ही सनराइज ग्रीन्स वेलफ़ेयर एसोसियेशन की तरफ़ से सचिव श्री सुचित सिंघल एवं सह सचिव श्रीमती अनुपमा त्रिपाठी ने अपना सहयोग दिया। विशेष आभार के रूप में सीनियर सिटीज़न श्रीमती मीनाक्षी वर्मा जी ने इस कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों के लिए स्नैक्स का प्रबंध किया एवं कई दिनों तक चले रिहर्सल में अग्रणी भूमिका निभाई। सनराइज ग्रीन्स सोसायटी नियमित अंतराल पर इस प्रकार के कार्यक्रम कर रही है जिस ये बच्चों के समग्र विकास का मार्ग गतिमान रहें।