माल रोड पर जरा संभल कर,
-सड़क के गड्ढों और जाम ने सफर को बनाया मुश्किल भरा
-सुबह से लेकर शाम तक दिन में कई बार लगता है भारी जाम
मेरठ/ वाया माल रोड से होकर मंजिल पर पहुंचने की सोच रहे हैं तो थोड़ा रूक जाए क्योंकि माल रोड अब वो माल रोड नहीं रही जिस पर फर्राटा भरते हुए आसानी से शहर की भीड़ और जाम से बचकर निकल जाया करते थे। माल रोड पर अब एकदम उलटा हो गया है। माल रोड पर फर्रांटा भरने की बात तो दिल ओ दिमााग से निकल ही दीजिए। रही भीड़ भाड़ और जाम की बात तो यह समझ लीजिए कि यदि माल रोड से होकर जाना है तो जाम के झाम से गुजर कर जाना है। माल रोड पर चलने के बजाए रेंग रही गाड़ियों की लंबी कतार और थमे हुए पहिये भी नजर आएंगे और चौराहों पर लंबा जाम भी मिलेगा। रही सही कसर सड़क के गड़्ढे पूरी कर देंगे।
टूटी सड़कें और गड्ढों से मुश्किलों भरा सफर
माल रोड की उधड़ी व टूटी सड़कें और चौराहों के आसपास गहरे गड्ढे सफर को मुश्किलों भरा बना रहे हैं। माल रोड का टैंक चौराहा सबसे ज्यादा कष्टकारी साबित हो रहा है। ऐसा नहीं कि माल रोड की हालत हमेशा से ऐसी ही थी। एक वो भी वक्त था जब माल रोड को देश की सभी 62 छावनियों में सबसे टॉप पर शुमार किया जाता था। देश की दूसरी छावनियों से मेरठ छावनी आने वाले दूसरे बडेÞ फौजी अफसरों को माल रोड से घूमाने में मेरठी फौजी अफसर फक्र महसूस करते थे। यहां की माल रोड के सामने मसूरी की माल रोड भी शर्मसार होती थी। इतना शानदार इसका रखरखाव हुआ करता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब तो हालत इतनी ज्यादा खराब हो गयी है कि फौजी अफसर अब खुद यही कोशिश करते हैं कि माल रोड से होकर ना गुजरें तो ही बेहतर है। हालांकि ऐसा हो नहीं पता।
गाड़ियां खाती हैं हिचकोले
कंकरखेड़ा व रुडकी रोड से होकर वाया माल रोड होते हुए आगे जाने वाले जितना भी टैफिक आता है इस इलाके में उसका सफर शुरू होते ही गाड़ियां हिचकोले खाने लगती हैं। कंकरखेड़ा से माल रोड जाने के लिए जब रूड़की रोड की ओर चलते हैं तो डबल गेट के तिराहे पर सड़क के दोनों ओर बडे गड्ढों की वजह से जमा मिलेगा। हालांकि इनको भरने का प्रयास किया गया, लेकिन इस प्रयास ने पहले से ज्यादा बुरी दशा कर दी है। रही सही कसर टैंक चौराहे पर पूरी हो जाती है। यहां सड़क की जैसी दुर्दशा है वैसी महनगर के किसी दूसरे इलाके में शायद ही हो। यहां से आगे डीईओ आॉफिस के बराबर से होकर शहर में सारा टैफिक प्रवेश करता है। डीईओ आॅफिस से लेकर जीरो माइल्स चौराहे तक सड़क ही कई जगह से गायब हो गयी है। सड़क की जगह बडे बडे गडढ़े या फिर बुूरी तरह उधड़ी हुई सड़क रह गयी है। लालकुर्ती थाना से लेकर आगे डेयरी फार्म तक माल रोड जगह-जगह जख्मी नजर आती है। सड़क के गड्ढों की वजह से लगने वाले जाम के कारण यहां गाड़ियां दौड़ने के बजाए रेंगने को मजबूर हैं। इस संबंध में कैंट प्रशासन का कहना है कि जब से रैपिड प्रोजेक्ट के चलते शहर की ओर जाने वाला टैÑफिक माल रोड की ओर डॉयवर्ट किया गया है तब से दशा ज्यादा खराब हुई है। हैवी टैफिक के चलते यहां रोड पर काम कराना फिलहाल संभव नहीं। इसके लिए जरूरी है कि शहर की ओर जाने वाला जो टैफिक माल रोड पर डॉयवर्ट किया गया है, वह टैंक चौराहे से सीधे शहर की ओर एंट्री करे, काम भी तभी हो जाएगा जब रोड पर टैफिक का प्रेशर कम हो।
इस संबंध में भाजपा नेता व कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सुनील वाधवा ने बताया कि माल रोड का स्वारूप पहले सरीखा नहीं रहा। इसको लेकर कुछ तकनीकि परेशानियां हैं, लेकिन माल रोड की इतनी खराब दशा से दिक्कतें काफी हैं। कैंट बोर्ड के एई पीयूष गौतम ने बताया कि रोड की मरम्मत का काम चल रहा है। काफी कार्य कराया भी गया है।